• February 24, 2015

‘धूम्रपान मुक्त’ बनाने का प्रयास: कलक्टर लाहोटी

‘धूम्रपान मुक्त’ बनाने का प्रयास: कलक्टर लाहोटी

प्रतापगढ़, 24 फरवरी/ जिला कलक्टर रतन लाहोटी ने कहा कि विभिन्न संगठनों व आमजन के सहयोग से प्रतापगढ़ जिले को ‘धूम्रपान मुक्त’ (स्मोक फ्री) बनाने का प्रयास किया जाएगा। वह मंगलवार को मिनी सचिवालय स्थित सभागार में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्राण कार्यक्रम के तहत आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।

 जिला कलक्टर ने कहा कि तम्बाकू व अन्य नशीले पदार्थों का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। बीड़ी-सिगरेट के धूएं से इनका सेवन नहीं करने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसलिए तम्बाकू के प्रयोग को नियंत्रित करने की जरूरत है। लोगों को जागरूक व समझाइश कर इसमें कामयाबी पाई जा सकती है। इसकी शुरूआत स्कूली बच्चों से करनी होगी। प्रार्थना के समय बच्चों को तम्बाकू के सेवन से होने वाले नुकसान से अवगत कराएं और यह संदेश उनके परिवार तक पहुंचाएं।

लाहोटी ने कहा कि तम्बाकू उत्पादों के सभी प्रकार के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष विज्ञापन प्रतिबंधित है। साथ ही तम्बाकू उत्पादों के पैकेट पर सचित्रा स्वास्थ्य चेतावनी नियमों के मुताबिक प्रदर्शित होनी चाहिए। बाजार में खुली सिगरेट बेचना कानूनन जुर्म है। इससे बच्चों को भी सिगरेट जैसा जहरीला पदार्थ खरीदने का मौका मिलता है। उन्होंने नियमों की सख्ती से पालना कर आमजन के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मददगार बनने को कहा।

कलक्टर ने तम्बाकू नियंत्राण को गंभीरता से लेते हुए मौके पर ही जिला परिवहन अधिकारी को बसों, टेम्पो, आॅटो, जीप, टैक्सियों तथा फूड इंस्पेक्टर को होटल, रेस्टोरेंट व ढाबों में ‘तम्बाकू निषेध क्षेत्रा’ की सूचना चस्पा करवाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

जिला कलक्टर ने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों व शहरों को ‘धूम्रपान मुक्त’ घोषित किया जा चुका है। प्रतापगढ़ जिले को भी इस श्रेणी में शामिल करना है। यह कार्य सभी के सहयोग से संभव है। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों, व्यापारियों व अन्य संगठनों तथा आमजन के सहयोग से निर्धारित मानक पूरे कर जल्द ही प्रतापगढ़ जिले को ‘धूम्रपान मुक्त’ घोषित करने का प्रयास किया जाएगा। व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनिल पोरवाल ने व्यापारियों की ओर से ‘धूम्रपान मुक्त’ जिला बनाने में पूरा सहयोग करने का वादा किया।

जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. ओपी बैरवा ने कहा कि तम्बाकू नियंत्राण कानून कोटपा-2003 के प्रभावी क्रियान्वयन के साथ-साथ तम्बाकू सेवन से होने वाले नुकसान के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए सामूहिक प्रयास करने की महती जरूरत है। एसआरकेपीएस के कार्यक्रम अधिकारी संजीत कुमार ने तम्बाकू नियंत्राण कानून कोटपा की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि तम्बाकू सेवन से देश में प्रतिदिन 2740 लोगों की मृत्यु होती है तथा इससे प्रति मिनट दो लोगों की मौत हो जाती है। राजस्थान में 32.3 फीसदी व्यस्क तम्बाकू सेवन के आदी हैं और 350 बच्चे प्रतिदिन तम्बाकू का सेवन कर इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं।

जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षित रोजगार केन्द्र प्रबन्धक समिति (एसआरकेपीएस) जयपुर तथा समग्र जागृति एवं विकास संस्थान प्रतापगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में होटल संचालक, तम्बाकू जनित उत्पादों के थोक विक्रेता, पान विक्रेता संघ, आॅटो, टैक्सी, जीप, बस यूनियन के प्रतिनिधि, शिक्षक संघों के अध्यक्ष एवं स्वैच्छिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

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