• April 10, 2021

टीका नहीं तो बंद हो रहे केंद्र

टीका नहीं तो बंद हो रहे केंद्र

बिजनेस स्टैंडर्ड ——-बृहत मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने शुक्रवार दोपहर विश्व की सबसे बड़ी टीका विनिर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पुणे संयंत्र के लिए अपना एक वाहन रवाना किया। एक अधिकारी ने कहा कि इस वाहन में आने वाले माल से यह सुनिश्चित होगा कि खुराकों की कमी अगले दिन देश की वित्तीय राजधानी में टीकाकरण में बाधा नहीं बनेगी।

बीएमसी के अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हम कोविड-19 टीके की 1.88 लाख खुराक मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। हमारे वाहन खुराक लाने के लिए पुणे रवाना हो चुके हैं।’ उन्होंने कहा कि अगर बीएमसी को खुराक मिलीं तो शनिवार को मुंबई में टीकाकरण होगा।

राष्ट्रीय स्तर के आंकड़े अन्य स्तरों पर भी दिक्कतों को दर्शाते हैं। भारत सरकार के कोविड-19 वैक्सीनेशन इंटेलिजेंस नेटवर्क (कोविन) डैशबोर्ड से प्राप्त आंकड़े दर्शाते हैं कि अप्रैल की शुरुआत से टीकाकरण केंद्रों की संख्या में भारी गिरावट आई हैै। ये आंकड़े क्राउड सोस्र्ड डेटा रिपॉजिटरी कोविड19इंडिया डॉट ओआरजी ने संग्रहित किए हैं।

इन आंकड़ों के मुताबिक 3 अप्रैल तक टीकाकरण केंद्र बढ़कर 1.2 लाख हो गए थे। उसके बाद इनकी संख्या में तेजी से गिरावट आई है। कुल टीकाकरण केंद्र 7 अप्रैल को घटकर करीब 60,000 रह गए। पहले इस रिपॉजिटरी ने सरकार के कोविन प्लेटफॉर्म के आंकड़ों और स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों में अंतर का उल्लेख किया था। इस गिरावट को देश में अन्य जगहों पर जो कुछ घट रहा है, विशेष रूप से अन्य राज्यों से आ रही खबरों के आलोक में एक व्यापक संकेत माना जा सकता है।

ओडिशा, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश के वाराणसी समेत कई जगहों से टीकाकरण केंद्र बंद होने की खबरें आ रही हैं, जिसकी वजह इन जगहों पर टीके की खुराकों की किल्लत बताई जा रही है। बीएमसी जी/उत्तर वार्ड के सहायक आयुक्त किरण दिघावकर ने गुरुवार रात अपने ट्विटर हैंटल पर उन टीकाकरण केंद्रों की एक सूची साझा की थी, जो शुक्रवार को चालू होंगे। इस सूची में दिखाया गया था कि बांद्रा-कुर्ला कॉम्पलेक्स (बीकेसी) जंबो सेंटर, सायण हॉस्पिटल और सेवन हिल्स समेत 51 टीकाकरण केंद्र शुक्रवार को बंद रहेंगे। दीघावकर के ट्वीट ने चेताया था कि सीमित स्टॉक की वजह से शेष केंद्रों पर भी टीके की खुराक जल्द खत्म हो सकती हैं और अन्य बहुत से केंद्रों को दिन खत्म होने से पहले ही ‘आउट ऑफ स्टॉक’ घोषित किया जा सकता है।

बहुत से ट्विटर यूजर्स ने इस अधिकारी के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि शुक्रवार को उनकी टीकाकरण नियुक्तियां रद्द कर दी गईं। महाराष्ट्र सरकार शहर में करीब 49 केंद्र चला रही है। अगर निजी केंद्रों को भी शामिल करें तो शहर में 120 केंद्र हैं, जहां रोजाना 40,000 से 50,000 लोगों का टीकाकरण होता है। काकानी ने कहा कि दिन बीतने से पहले ही 90 केंद्रों को खुराक खत्म होने की वजह से बंद करना पड़ता है।

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने गुरुवार को कहा था कि राज्य को टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने के लिए हर सप्ताह 40 लाख खुराकों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड के मामले रिकॉर्ड स्तरों पर पहुंच गए हैं। केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा था कि टीकों की कोई किल्लत नहीं है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्ष वर्धन के सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक अब तक 9 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी हैं और 4.3 करोड़ का भंडारण या राज्यों को आपूर्ति होने वाली हैं।

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