- January 11, 2016
ज्ञान, भक्ति और कर्म का अनोखा संगम कायस्थ समाज :- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान
अजय वर्मा****************मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ज्ञान, भक्ति और कर्म का अनोखा संगम कायस्थ समाज में दिखता है। राष्ट्र निर्माण में इस समाज का महत्वपूर्ण योगदान है। श्री चौहान आज यहाँ अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की मध्यप्रदेश इकाई के तत्वावधान में नेवरी मंदिर परिसर में परिचय सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर भगवान चित्रगुप्तजी के मंदिर का भूमि-पूजन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कायस्थ समाज बुद्धि और मेधा से सम्पन्न है। समाज की विभूतियों के साथ अपनी स्मृतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके व्यक्तित्व और कृतित्व में समाज की विभूतियों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज के साथ उनका पूरा सहयोग है। राष्ट्र निर्माण में समाज एक कदम चलेगा तो वे दो कदम चलकर समाज के प्रयासों में सहयोग करेंगे। उन्होंने महासभा का लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर श्री कैलाशनारायण सारंग को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने स्मारिका का विमोचन भी किया।
समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद श्री कैलाशनारायण सारंग ने मुख्यमंत्री के व्यक्तित्व को प्रेरणादायी बताया। उन्होंने समाज की ओर से श्री चौहान का शॉल-श्रीफल भेंटकर अभिनंदन किया। विधायक श्री विश्वास सारंग ने बताया कि कार्यक्रम में देश के 200 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। वरिष्ठ पत्रकार श्री महेश श्रीवास्तव ने कहा कि समाज अपनी शक्ति को जाग्रत कर राष्ट्र निर्माण के सभी क्षेत्र में योगदान दें।