जल, जलवायु और जीवन बचाएं – वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री

जल, जलवायु और जीवन बचाएं – वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री

जयपुर -वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री श्री राजकुमार रिंणवा ने कहा है कि हमें प्राकृतिक संसाधनों की फिजूल खर्ची रोकर पृथ्वी पर सुखद भविष्य के लिए ऊर्जा, जल, जलवायु और जीवन को बचाने का संकल्प लेना होगा।

उन्होंने कहा कि आए दिन तुफान, मानसून बदलाव, हिम स्खलन, भूकम्प, अचानक बारिश और बढ़ती गर्मी जैसे प्राकृतिक खतरे बढ़ रहे है। पृथ्वी पर प्राकृतिक संसाधनों, वनों, वन्य जीवों, पहाड़ों और नदियों आदि का सन्तुलन बिगड़ रहा है।

प्रकृति और पर्यावरण के साथ मानव की छेड़छाड़ इन समस्याओं का मूल कारण है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का न्यूनतम दोहन, वन क्षेत्र में बढ़ोतरी और जल, वायु और ध्वनि प्रदुषण के खतरों को दूर कर हम भावी पीढिय़ों के लिए पर्यावरण की धरोहर को बचा सकते है।

पर्यावरण संरक्षण में प्रत्येक व्यक्ति सक्रिय भूमिका अदा करें। हमें प्रकृति से सभी प्राप्त होता है व पेड़-पौद्यों का उपयोग पूजा कार्य में भी होता है। उन्होंने कहा कि हर्ष पर्वत की 6 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य शीघ्र ही शुरू करवाया जाएगा तथा हर्ष पर्वत का इकोट्यूरिजम के रूप में विकास किया जाएगा। जिससे पर्यटकों को पार्किंग, केन्टिन की सुविधा सुलभ हो सकेगी। उन्होंने पर्यावरण दिवस पर सात दिवसीय प्रतियोगिताओं मे प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले स्काउट गाईड के प्रतिभागियों को प्रतिक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

उन्होंने कहा कि पर्यावरण में हमारे चारों और वह परिवेश है जिसमें जीव जगत का उद्भव, विकास एवं संचालन होता है। सांसद श्री सुमेधानन्द सरस्वती ने कहा कि पर्यावरण के सभी घटक मानव सहित समस्त जीव जन्तु, वृक्ष, वन, जल, भूमि, वायु, मृदा, ताममान तथा समस्त जैविक तत्व आपस में मिलकर वातारवण को जीवन योग्य बनाते है।

सृष्टि का संचालन प्राकृतिक नियमों से हो इसका ताना बाना ही हमारा पर्यावरण है। जिला कलेक्टर श्री एल.एन.सोनी ने कहा कि भारतीय संस्कृति एवं जीवन शैली को प्रकृति पूजक माना जाता है। उन्होंने अधिक वृक्ष लगाने, हरियाली बढ़ाने, वन्य जीवन की सुरक्षा और संरक्षण को बढ़ावा देने, जल स्त्रोतों को प्रदूषण से बचाने, औद्योगिक विकास तथा आर्थिक लाभ के लिए पर्यावरण संतुलन बनाये रखने की बात कही। आम नागरिक पर्यावरण की समस्या को समझे तथा उसे हल करने में पहल करें।

कार्यक्रम में जिला प्रमुख अर्पणा रोलण, सीकर विधायक श्री रतनलाल जलधारी, धोद विधायक श्री गोरधन वर्मा ने अपने विचार व्यक्त किए। अतिथियों ने पर्यावरण संरक्षण, पोस्टर का विमोचन किया तथा  पर्यावरण प्रदर्शनी का अवलोकन किया। स्काउट गाइड के छात्र-छात्राओं ने ‘मोको आयो रे साथीड़ा आपां पेड़ लगावा रे’ गीत की प्रस्तुति दी। इससे पूर्व अतिथियों का साफा पहनाकर स्वागत किया गया। उपवन संरक्षक श्री राजेन्द्र कुमार हुड्डा ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम का संचालन हाजी नूरमोहम्मद पठान ने किया।

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