जलवायु परिवर्तन : नवकरणीय ऊर्जा से आमजन को जोड़ने की जरूरत

जलवायु परिवर्तन : नवकरणीय ऊर्जा से आमजन को जोड़ने की जरूरत

नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन की समस्या को देखते हुए नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा से आमजन को जोड़ने की जरूरत है। इसके लिए मध्यप्रदेश में निवेशकों के लिए अच्छा एवं सकारात्मक माहौल है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में शीघ्र सोलर मीटरिंग पॉलिसी आने वाली है। इससे भवनों की छतों पर सौर ऊर्जा पैनल लगाने अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। श्री शुक्ल ने कहा कि आगामी 2017 तक देश में नवकरणीय ऊर्जा से सवा लाख मेगावाट उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इसमें 20 हजार मेगावाट का योगदान करने वाला मध्यप्रदेश सबसे अग्रणी राज्य होगा। मंत्री श्री शुक्ल आज ‘रिन्यूवल इन्वेस्ट : मध्यप्रदेश समिट-2015’ को सम्बोधित कर रहे थे। समिट का आयोजन सुजलॉन एवं प्रदेश के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग द्वारा किया गया। समिट में देश भर के निवेशकों ने भाग लिया।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वर्ष 2012 के बाद से सौर, पवन, बायोमास एवं जल विद्युत परियोजनाओं से ऊर्जा उत्पादन में उल्लेखनीय बदलाव आया है। सौर ऊर्जा में जहाँ केवल 2 किलो वॉट उत्पादन हो रहा था, वहाँ वर्ष 2014 में यह उत्पादन बढ़कर 354 मेगावॉट तक पहुँच गया है। राज्य में पवन ऊर्जा के क्षेत्र में 361 मेगावॉट उत्पादन की उपलब्धि हासिल की गई। मंत्री श्री शुक्ल ने बताया कि हाल के वर्षों में प्रदेश में हुए निवेशक सम्मेलनों में नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेशकों ने रुचि दिखलाई है। श्री शुक्ल ने कहा कि रीवा में दुनिया का सबसे बड़ा 750 मेगावाट का सोलर संयंत्र विश्व बेंक की मदद से स्थापित किया जा रहा है। नीमच में एशिया का सबसे बड़ा सोलर संयंत्र स्थापित हो गया है।

अपर मुख्य सचिव नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा श्री एस.आर. मोहंती ने बताया कि प्रदेश की नवकरणीय ऊर्जा नीति में भूमि आवंटन एवं इससे जुड़े नियमों का सरलीकरण किया गया है। निवेशक प्रदेश में अब कहीं पर भी भूमि की उपलब्धता एवं अन्य संसाधनों के बारे में वेबसाइट के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। भूमि आवंटन में स्थानीय निकायों को भी अधिकार सौंपे गये हैं। उन्होंने निवेशकों को राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली रियायतों के बारे में भी जानकारी दी। श्री मोहन्ती ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में नवकरणीय ऊर्जा के 10 हजार 298 मेगावाट क्षमता के प्रोजेक्ट क्रियान्वयन की स्थिति में है।

समिट में ऊर्जा मंत्री श्री शुक्ल अपर मुख्य सचिव श्री मोहंती तथा मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम की प्रबंध संचालक श्रीमती गौरी सिंह ने निवेशकों के सवालों के जवाब दिये। मध्यप्रदेश फेडरेशन चेम्बर ऑफ कॉमर्स के सचिव श्री विजय कुमार ने नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेशकों की पहल के बारे में जानकारी दी।

मुकेश मोदी

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