कोल गैसीफिकेशन तकनीक पर यूरिया संयंत्र, प्लास्टिक उद्योग पार्क

कोल गैसीफिकेशन तकनीक पर यूरिया संयंत्र, प्लास्टिक उद्योग पार्क

छत्तीसगढ ——————————-   केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री अनंत कुमार और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज राजधानी रायपुर के नजदीक भनपुरी में केन्द्रीय प्लास्टिक इंजीनियरिंग और टेक्नालॉजी संस्थान (सिपेट) के नवनिर्मित भवन का संयुक्त रूप से लोकार्पण किया। भारत सरकार के रसायन और पेट्रो रसायन विभाग के इस केन्द्रीय संस्थान की परियोजना लागत लगभग 51.32 करोड़ रुपए है, जिसमें केन्द्र और राज्य सरकार की बराबर की भागीदारी है।423cc

उल्लेखनीय है कि रायपुर में स्थापित केन्द्रीय प्लास्टिक इंजीनियरिंग और टेक्नालॉजी संस्थान (सिपेट) देश का 28 वां संस्थान है। इस संस्थान में प्लास्टिक इंजीनियरिंग और तकनीकी क्षेत्र में डिप्लोमा, पोस्ट डिप्लोमा, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा, स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री पाठयक्रम संचालित करने का प्रावधान है। संस्थान में कुछ डिप्लोमा पाठयक्रम और कौशल उन्नयन के अल्प कालीन पाठयक्रम शुरू किए जा चुके हैं।

लोकार्पण समारोह को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री अनंत कुमार ने छत्तीसगढ़ में कोयल से प्राकृतिक गैस तथा उससे यूरिया बनाने के लिए कोल गैसीफिकेशन की अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित यूरिया खाद निर्माण संयंत्र की स्थापना की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस संयंत्र की निर्माण लागत छह हजार करोड़ रूपए और उत्पादन क्षमता तेरह लाख मीटरिक टन होगी।

संयंत्र में हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। श्री अनंत कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ के सपने को साकार करने में यह यूरिया संयंत्र छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ा कदम होगा। श्री कुमार ने कहा कि आज रायपुर में प्रारंभ हुए सिपेट में अगले शिक्षा सत्र से प्लास्टिक इंजीनियरिग पाठ्यक्रम शुरू हो जाएगी।

केन्द्रीय रसायन एवउर्वकर मंत्री ने भनपुरी स्थित सिपेट परिसर में एक करोड़ रुपए की लागत से प्लास्टिक कचरे की रिसायक्लिंग के लिए भी संयंत्र निर्माण की घोषणा की। उन्होंने कहा इसका निर्माण जल्द किया जाएगा। श्री अनंत कुमार ने राजनांदगांव में प्लास्टिक पार्क की स्थापना की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस पार्क में लगभग एक हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा और हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। रायपुर के सिपेट में कौशल उन्नयन कार्यक्रम के तहत लगभग तीन हजार युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा।

शुभारंभ समारोह में छत्तीसगढ़ के वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री अमर अग्रवाल,रायपुर के लोकसभा सांसद श्री रमेश बैस, नगर निगम बीरगांव की महापौर श्रीमती अंबिका यदु तथा रायपुर ग्रामीण के विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। केन्द्रीय मंत्री श्री अनंत कुमार ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत लागू खाद्य एवं पोषण सुरक्षा कानून का उल्लेख करते हुए इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और उनकी सरकार की प्रशंसा की।

श्री अनंत कुमार ने इस बात पर भी खुशी जताई कि छत्तीसगढ़ सरकार ने युवाओं के कौशल उन्नयन के उन्हें मनपसन्द व्यवसाय में प्रशिक्षण पाने का कानूनी अधिकार दिया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का अकेला ऐसा राज्य है, जहां कोई भी युवा अपने चयनित ट्रेड में कौशल के उन्नयन के लिए जिला कलेक्टर से प्रशिक्षण की मांग अधिकारपूर्वक कर सकता है।

उन्होंने कहा कि नीम कोटेड यूरिया के उत्पादन से किसानों के लिए अनुदान पर दी जाने वाली यूरिया खाद का अन्य उद्योगों में उपयोग बंद हुआ और यूरिया के वितरण के लिए छत्तीसगढ़ की सार्वजनिक वितरण प्रणाली के आधार पर खाद वितरण की व्यवस्था से किसानों तक यूरिया का पहुंचना संभव हो पाया है। श्री अनंत कुमार ने रायपुर के सिपेट में भवन निर्माण और अधोसंरचना विकास का काम रिकार्ड एक वर्ष में पूरा करने के लिए राज्य सरकार द्वारा दिए गए सहयोग के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अध्यक्षीय आसंदी से समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सिपेट में छत्तीसगढ़ के युवाओं को प्लास्टिक इंजीनियरिंग और तकनीकी की शिक्षा, प्रशिक्षण और राजनांदगांव में स्थापित होने वाले प्लास्टिक पार्क में युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से कोल गैसीफिकेशन पर आधारित यूरिया खाद कारखाने की छत्तीसगढ़ में स्थापना और राजधानी के सिपेट में प्लास्टिक इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम प्रारंभ करवाने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश के हृदय स्थल पर स्थित है और देश के महानगरों और दूसरे राज्यों से सड़क, रेल और वायु मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यहां लगने वाले उद्योगों को आसपास के राज्यों के साथ व्यापार के अच्छे अवसर उपलब्ध हैं। राज्य सरकार ने प्रदेश में निवेश और उद्योग तथा व्यापार को बढावा देने के लिए सरल नीतियां बनायी हैं।

उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डूईंग बिजनेस के मामले में छत्तीसगढ़ का देश में चौथा स्थान है। डॉ. सिंह ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ लगातार विकास की नई ऊचाईयां प्राप्त कर रहा है। इस मौके पर प्रदेश के वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री अमर अग्रवाल और लोकसभा सांसद श्री रमेश बैस ने भी समारोह को सम्बोधित किया। केन्द्रीय रसायन एवं पेट्रो रसायन मंत्रालय के सचिव श्री विजय शंकर पाण्डेय ने स्वागत भाषण दिया। इस मौके पर छत्तीसगढ़ सरकार के तकनीकी शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती रेणु पिल्ले सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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