आशा कार्यकत्रियों के मानदेय में 750 रुपये की वृद्धि—–‘मुख्यमंत्री जन आरोग्य’ अभियान की शुरू

आशा  कार्यकत्रियों  के  मानदेय  में  750  रुपये  की  वृद्धि—–‘मुख्यमंत्री  जन  आरोग्य’  अभियान  की शुरू

लखनऊ :—- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान सरकार राज्य की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विज़न के अनुरूप कार्य करते हुये प्रदेश के जरूरतमंदों को लाभ देने का कार्य कर रही है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बेहतर कार्य करने वाली आशा कार्यकत्रियों के मानदेय में 750 रुपये की वृद्धि किये जाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने यह विचार प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु लोक
भवन में आयोजित विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण कार्यक्रम के अवसर पर व्यक्त किये। मुख्यमंत्री ने आरोग्य केन्द्र, एम0सी0एच0 विंग,टेली-मेडिसिन, टेलीरेडियोलाॅजी सेवा का लोकार्पण तथा ‘मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान’ का
शुभारम्भ, आरोग्य केन्द्र पर कार्यरत जी0एन0एम0 और ए0एन0एम0 को टेबलेट वितरण, ‘108’ व ‘102’ एम्बुलेंस सेवा का विस्तारीकरण तथा काॅफी टेबल बुक का विमोचन किया।

मुख्यमंत्री ने आयुष्मान भारत योजना से आच्छादित न हो पाने वाले, गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों के लिए ‘मुख्यमंत्री जन आरोग्य’ अभियान की शुरूआत की। इसके तहत लाभार्थी को 05 लाख रूपये का बीमा कवर मिलेगा। इस योजना से प्रदेश के 08 लाख 58 हजार परिवार लाभान्वित होंगे। उन्होंने इस योजना के 05 लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड, आरोग्य कार्ड तथा स्वयं मुख्यमंत्री जी द्वारा हस्ताक्षरित पत्र प्रदान किया। उन्होंने आरोग्य केन्द्रों पर कार्यरत जी0एन0एम0 एवं ए0एन0एम0 को टैबलेट भी वितरित किये।

मुख्यमंत्री ने 750 नये आरोग्य केन्द्र का शुभारम्भ करते हुए कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार जनसमुदाय को उनके घर के समीप व्यापक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये सतत प्रयासरत हैं। इन सुविधाओं के अन्तर्गत निवारक, प्रोत्साहक, रोग निवारक, पुनर्वास सेवाएं उपलब्ध कराने के लिये उपकेन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के स्तर पर आरोग्य केन्द्रों (हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर) की स्थापना की जा रही है।

इन स्वास्थ्य सेवाओं के लिये उपकेन्द्र पर स्टाफ नर्स की नियुक्ति की जा रही है। इन केन्द्रों पर हीमोग्लोबिन, मूत्र द्वारा गर्भ की जांच, यूरिन डिपेस्टिक द्वारा एल्बुमिन एवं ग्लूकोज, ग्लूकोमीटर द्वारा ब्लड ग्लूकोज आदि की जांच की सुविधा प्रदान की जा रही है। प्रदेश में 01 हजार से अधिक आरोग्य केन्द्रों द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य सेवायें प्रदान की जा सकेंगी। इस माह के अन्त तक प्रदेश में लगभग 02 हजार 500 आरोग्य केन्द्र प्रारम्भ कर दिये जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित 100 शैय्या युक्त 17 एम0सी0एच0 विंग का लोकार्पण करते हुए कहा कि इस विंग के माध्यम से मातृ मृत्यु दर व शिशु मृत्यु दर में काफी कमी आयेगी। ये एम0सी0एच0 विंग-अलीगढ़, बिजनौर, इटावा, गोण्डा, मुरादाबाद, रायबरेली, सहारनपुर, अम्बेडकरनगर, अमरोहा, बागपत, औरैया, आजमगढ़, बलिया, कन्नौज, महराजगंज, मऊ एवं कौशाम्बी जनपदों में संचालित किये जाएंगे। वर्तमान सरकार के प्रयासों से संस्थागत प्रसव में बढ़ोत्तरी के फलस्वरूप देश में उत्तर प्रदेश में मातृ मृत्यु दर में सर्वाधिक कमी आयी है। एम0सी0एच0 विंग को सुचारु रूप से क्रियाशील करने हेतु समस्त उपकरण एवं मानव संसाधन उपलब्ध कराये गये हैं।

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर, हमीरपुर, मीरजापुर एवं बहराइच में कुल 15 टेलीमेडिसिन केन्द्रों का शुभारम्भ किया। इसके माध्यम से दूर-दराज के क्षेत्रों के रोगियों को टोल फ्री नम्बर पर दूरभाष के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि टेक्नोलाॅजी का उपयोग करते हुए प्रदेश के प्रत्येक गांव पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सकती हैं। श्रावस्ती के जिला चिकित्सालय में जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने कई योजनाओं को प्रारम्भ किया। इसके परिणामस्वरूप वहां लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी के समक्ष एक मरीज को अपोलो अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा वीडियो कन्सल्टेशन के माध्यम से परामर्श दिया
गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दूर-दराज के इलाकों के रोगियों की सुविधा के लिए वर्तमान राज्य सरकार द्वारा टेलीरेडियोलाॅजी की संकल्पना को मूर्त रूप दिया गया है। इस योजना के तहत प्रदेश के समस्त जनपदों के 361 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में टेली-रेडियोलाॅजी सेवाएं उपलब्ध करायी जाएगी। इसके प्रथम चरण में लखनऊ, बाराबंकी एवं सीतापुर जनपदों में 15 टेली-रेडियोलाॅजी केन्द्रों का शुभारम्भ किया गया है। उन्होंने कहा कि देश के विकास के विभिन्न पैरामीटर में पीछे रह गये 115 आकाक्षांत्मक जनपदों की सूची में उत्तर प्रदेश के 08 जनपद शामिल हैं। वर्तमान में प्रदेश के इन 08 आकांक्षात्मक जनपदों में तकनीक के माध्यम से व्यापक परिर्वतन आ रहा है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘108’ तथा ‘102’ एम्बुलेंस सेवाओं के रिस्पाॅन्स टाइम में कमी लाने के उद्देश्य से इनकी संख्या में वृद्धि की जा रही है। लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस की संख्या में भी विगत दिनों बढ़ोत्तरी की गई थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त जनपदों में कार्यरत ए0एन0एम0 तथा हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर में कार्यरत कम्युनिटी हेल्थ आॅफिसर को टैबलेट डिवाइस प्रदान की जाएगी।

प्रदेशवासियों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा कई अन्य कदम भी उठाये गये हैं। गोरखपुर मेडिकल काॅलेज के सुपर स्पेशियलिटी ब्लाॅक का लोकार्पण प्रधानमंत्री जी द्वारा किया जा चुका है। आगरा एवं कानपुर के मेडिकल काॅलेजों में सुपर स्पेशियलिटी ब्लाॅक का शिलान्यास किया गया है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने उत्तर प्रदेश को 13 नये राजकीय मेडिकल काॅलेज दिए हैं। इसके अलावा 02 मेडिकल काॅलेज प्रदेश सरकार अपने संसाधनो से बनवा रही है।

गोरखपुर एम्स में ओ0पी0डी0 सेवा का शुभारम्भ कर दिया गया है। आदरणीय प्रधानमंत्री जी द्वारा लागू की गई ‘आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ के माध्यम से प्रदेश के लगभग 06 करोड़ लोगांे को लाभ मिलेगा। प्रदेश के 53 जनपदों में ‘नेशनल मोबाइल मेडिकल यूनिट सेवा’ का शुभारम्भ भी किया गया।

परिवार कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के प्रयासों का परिणाम है कि स्वास्थय सेवाओं में व्यापक परिर्वतन देखने को मिल रहा है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें देने के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य के लिए टेलीमेडिसिन वरदान साबित होगी।

सांसद डाॅ0 महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने कहा कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने हेतु आशा बहुओं का सराहनीय योगदान है। परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती स्वाती सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री प्रशांत त्रिवेदी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक, श्री पंकज कुमार तथा सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित बड़ी संख्या में आशा कार्यकत्री उपस्थित थे।

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