- May 15, 2015
सहकारी बैंक नए काश्तकारों को सहकारी ऋण सुविधा से जोड़ें -रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां
जयपुर – सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार डॉ. आर. वेंकटेश्वरन ने केन्द्रीय सहकारी बैंकों को 20 फीसदी नए काश्तकारों को सहकारी फसली ऋण सुविधा से जोडऩे के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बैंकों को अभी से ऐसी रणनीति तय करनी होगी, ताकि नए लोगों को सहकारी ऋण सुविधा से जोड़ा जा सके।
डॉ. वेंकटेश्वरन गुरुवार को सचिवालय में वीडियो कॉन्फं्रेसिंग के माध्यम से सहकारिता विभाग व संस्थाओं के अधिकारियों से रुबरु हो रहे थे। उन्होंने बताया कि कोटा संभाग में सहकारी समितियों की मांग के अनुसार 11 हजार क्विंटल सोयाबीन बीज उपलब्ध करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि कहीं कम ज्यादा मांग हो तो शुक्रवार तक प्रबंध संचालक राजफैड को फेक्स के माध्यम से सूचित करेंगे।
सहकारिता रजिस्ट्रार ने कहा कि उदयपुर संभाग में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने मिनी बैंकों के सदस्यों को तातारीख पासबुक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि संभाग में अधिकांश खाताधारकों को तातारीख पासबुक उपलब्ध करा दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी सहकारी बैंक 30 मई तक मिनी बैंक खाताधारकों को तातारीख पासबुक उपलब्ध कराएंगे।
डॉ. वेंकटेश्वरन् ने समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद और विकेन्द्रीकृत खरीद व्यवस्था के तहत अलवर जिले में खरीद व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने भण्डारण व्यवस्था व बारदानें की स्थिति की भी जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीण स्तर पर नए गोदाम निर्माण व पुराने गोदामों के मरम्मत के प्रस्ताव 10 जून तक प्रधान कार्यालय को भिजवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वीकृत गोदामों का निर्माण 15 जून तक सुनिश्चित कर लिया जाए।
सहकारिता रजिस्ट्रार ने सहकारी बैंकों को राजस्व लोक अदालतों और केैम्प कोर्टों में आवश्यक रुप से उपस्थित रह कर किसानों व बैंकों की समस्याओं के समाधान कराने को कहा। उन्होंने जिन सहकारी संस्थाओं के पास अधिकृत अनुज्ञा पत्र नहीं हैं, उन्हें तत्काल अनुज्ञा पत्र प्राप्त कर ही खाद-बीज या अन्य कारोबार करने की हिदायत दी। उन्होंने सहकारी भूमि विकास बैंकों की कम वसूली पर चिंता व्यक्त करते हुए एकमुश्त समाधान योजना का लाभ अधिक से अधिक काश्तकारों को दिलाने पर जोर दिया।
अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक श्री महेन्द्र सिंह जावला ने बताया कि बैंकों द्वारा खरीफ में 4 लाख से अधिक किसानों को अब तक 1800 करोड़ रुपए से अधिक का फसली ऋण उपलब्ध करा दिया गया है।
राजफैड के प्रबंध संचालक श्री एल.एन. मीणा ने खाद-बीज की उपलब्धता की जानकारी दी। राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक के प्रबंध संचालक श्री के.के. गुप्ता ने बताया कि कृषि निवेश ऋणों पर पांच प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जाएगा।वीसी में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
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