- February 11, 2016
सरस्वती नदी का प्रकटीकरण: सरस्वती नदी का वेदों में उल्लेख ,गंगा का उल्लेख पुराणों में – पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा
चंडीगढ़ —————— हरियाणा के शिक्षा व पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि सरस्वती नदी जो गुप्त रूप से जमीन के नीचे बह रही थी, वह अब प्रकट हो चुकी है। सरस्वती नदी को जमीनी धरातल पर लाने के लिए सरकार द्वारा विशेष कार्य शुरू किये जा चुके हैं। इसके लिए हरियाणा सरकार ने हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड का गठन किया है।
इस बोर्ड द्वारा आदिबद्री (यमुनानगर) से खुदाई का कार्य शुरू करके कुरूक्षेत्र व कैथल तक खुदाई का कार्य करने का निर्णय लिया गया है और जिला यमुनानगर में 20 किलोमीटर खुदाई का कार्य पूरा किया जा चुका है। श्री शर्मा आज आदिबद्री(यमुनानगर)में 3 दिवसीय सरस्वती महोत्सव के शुभारंभ पर बोल रहे थे। उन्होंने आदिबद्री में पौधारोपण किया व सरस्वती नदी से संबंधित प्रदर्शनी का उदघाटन करने के अलावा आदिबद्री उदगम स्थल से सरस्वती महोत्सव रथों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा व विधानसभा अध्यक्ष कंवर पाल ने श्रीआदिबद्री गुरूकुल वेद संस्कार पाठशाला के भवन के निर्माण के लिए 5-5 लाख रूपये के अनुदान देने की घोषणा भी की। इसके पश्चात सरस्वती नगर (मुस्तफाबाद) स्थित जनता कालेज में विशेष सांस्कृतिक समारोह में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी गंगा नदी से भी पुरानी है, क्योंकि सरस्वती नदी का उल्लेख वेदों में मिलता है जबकि गंगा का उल्लेख पुराणों में है। हरियाणा सरकार जल्द ही सरस्वती को तीर्थ के तौर विकसित करेगी।
उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी एक रहस्य थी,आज पुरी दुनिया के सामने सरस्वती नदी को उजागर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज सारी दुनिया के वैज्ञानिक सरस्वती नदी के बारे में जानने के लिए उत्सुक है। श्री शर्मा ने बताया कि सरस्वती के कार्यों में देश के प्रधानमंत्री भी विशेष रूप से रूचि ले रहे हैं और सरकार को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है।
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष कंवरपाल ने कहा कि ऋषियों एवं मुनियों ने सरस्वती नदी के किनारे बैठकर वेदों की रचना की थी। उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी के बारे में अब वैज्ञानिकों ने भी मान लिया है कि यह सरस्वती नदी, धरा के नीचे बह रही है।
उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति की दुनियां मे विशेष पहचान है। इस मौके पर साढ़ौरा के विधायक बलवन्त सिंह, हरियाणा सरस्वती विकास धरोहर बोर्ड के डिप्टी चेयरमैन प्रशांत भारद्वाज, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य भूपाल खदरी भी उपस्थित थे।