- February 11, 2015
सम्बलन कार्यक्रम में प्रभावी पर्यवेक्षण के दिए निर्देश
जयपुर- राज्य के विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने एवं बच्चों के शैक्षिक स्तर के आंकलन के लिए 11 से 13 फरवरी को प्रदेशभर में विद्यालय पर्यवेक्षण कार्यक्रम ‘सम्बलनÓ का द्वितीय चरण प्रारंभ होगा। शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने सम्बलन कार्यक्रम के तहत विद्यालयों के प्रभावी पर्यवेक्षण के निर्देश दिए हैं।
प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि सम्बलन कार्यक्रम के तहत प्रदेशभर में शिक्षा अधिकारी स्वयं जाकर विद्यालयों का आन्तरिक मूल्यांकन करेंगें। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत लगभग 3 हजार 500 अधिकारियों द्वारा आगामी दो दिनों में 7 हजार से अधिक विद्यालयों का अवलोकन किया जाएगा। सम्बलन के तहत राज्य, जिला एवं ब्लॉक स्तरीय शिक्षा अधिकारियों के साथ साथ पंचायती राज विभाग, राजस्व विभाग एवं जिला कलक्टर द्वारा मनोनित प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा विद्यालयों का सघन अवलोकन किया जायेगा।
प्रो. देवनानी ने बताया कि सम्बलन कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों द्वारा पूरे समय विद्यालय में रहकर विद्यालय में संचालित गतिविधियों का अवलोकन किया जाएगा तथा आवश्यकतानुसार वहां विद्यालय प्रशासन को यथा संभव मदद भी प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि विद्यालयों में गुणवत्ता सुधार के लिए ‘सम्बलनÓ कार्यक्रम बेहद महत्वपूर्ण है। इसमें अधिकारी स्वयं विद्यालय पहुंचकर शिक्षण की प्रक्रिया और पढ़ाए जाने के तरीकों का अवलोकन करेंगे। इससे विद्यालय विशेष के शैक्षिक स्तर एवं शिक्षकों के शिक्षण कार्य के स्तर को भी परखा जा सकेगा। इसके अलावा विद्यालयों में शिक्षण के लिए आवश्यक सामग्री, पुस्तकालय, कम्प्यूटर, विज्ञान एवं गणित किट आदि की उपयोग की स्थिति का आंकलन भी सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
शिक्षा राज्य मंत्री ने बताया कि सम्बलन में विद्यालय अवलोकन करने वाले अधिकारियों से प्राप्त रिपोर्ट एवं आंकड़ों का राज्य स्तर पर विश्लेषण किया जाएगा। जिला अधिकारियों के साथ उनके जिले तथा ब्लॉक अधिकारियों के साथ उनके ब्लॉक की स्थितियों का विश्लेषण कर प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सभी स्तरों पर सुनिश्चित किया जाएगा।
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