- May 20, 2016
राजस्व लोक अदालत अभियान : 25 साल की समस्या का समाधान
जयपुर, 20 मई। राजस्व लोक अदालत अभियान से छिद्दा कुशवाह की 25 साल से जारी समस्या का समाधान 2 घंटे में हो गया। धौलपुर तहसील की विरोंधा ग्राम पंचायत में 16 मई को लगे शिविर में प्रार्थी छिद्दा पुत्र खचेरा जाति कुशवाह निवासी वकायनकापुरा तहसील धौलपुर आया और उसने शिविर प्रभारी धौलपुर उपखण्ड अधिकारी प्रदीप के. गावडे को बडे़ ही व्यथित मन से अपनी फरियाद सुनायी कि ‘‘उसके द्वारा सन् 1991 में आराजी खसरा नम्बर 2371 रकवा 1.10 बीघा में 1/2 हिस्से का वयनामा विक्रेता रामजीलाल पुत्र विरखा कौम कुशवाह से कराया था।
उक्त वयनामा का दाखिला खारिज भी तत्समय अपने नाम करा लिया था किन्तु उक्त भूमि पर मेरा नाम आज दिनांक तक न होकर किसी अन्य व्यक्ति सुरेशचंद गुप्ता का नाम दर्ज है। इसके लिए मैं गत 25 वर्षों से लगातार परेशान हूं और कोर्ट कचहरी व अफसराें के चक्कर लगा रहा हूं। लोग कह देते हैं कि इसके लिए तो तुम्हे कोर्ट में दावा करना पडे़गा। मै गरीब व्यक्ति हूं मेरे पास कोर्ट कचहरी के लिए खर्चा एव समय नहीं है। नायब तहसीलदार मनिया द्वारा बताया गया है कि इस कैम्प में मेरा काम हो जाएगा।‘‘
इस पर उपखण्डाधिकारी धौलपुर ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पटवारी और भू अभिलेख निरीक्षक को बुलाकर रिकार्ड का निरीक्षण किया। जिसमें तथ्य उजागर हुआ कि प्रार्थी छिद्दा पुत्र खचेरा जाति कुशवाह निवासी वकायनकापुरा द्वारा 3 सितम्बर.1991 को आराजी खसरा नम्बर 2371 रकवा 1.10 बीघा वाके ग्राम रावतपुरा पटवार मण्डल विरोधा में 1/2 हिस्से का वयनामा विक्रेता रामजीलाल पुत्र विरखा कौम कुशवाह से कराया था।
इसी आराजीयात में 1/2 हिस्से का वयनामा क्रेता सुरेशचंद गुप्ता पुत्र प्रभुदयाल गुप्ता जाति वैश्य निवासी पुराना शहर धौलपुर द्वारा कराया गया था। दोनों का नामान्तरकरण संख्या 1086 26 जून, 1992 से वयनामा के आधार पर स्वीकार हुआ। उक्त नामान्तरकरण का आगामी जमाबन्दी में अमल करते समय तत्कालीन राजस्व कार्मिकाें की गलती की वजह से 1/2 हिस्से की जगह सम्पूर्ण आ.ख.न. 2371 रकवा 1.10 बीघा पर सुरेशचंद गुप्ता पुत्र प्रभुदयाल गुप्ता का इन्द्राज हो गया जिसे शुद्ध कराने के लिए लम्बे समय से फरियादी छिद्दा कर्मचारियों और वकीलों के चक्कर लगा रहा है।
प्रार्थी छिद्दा से शिविर में ही रिकार्ड की शुद्धि का प्रार्थना पत्र लगवाया गया। जिस पर पटवारी एवं भू अभिलेख निरीक्षक से रिपोर्ट तलब की गई और मनिया नायब तहसीलदार भगवतशरण त्यागी द्वारा परीक्षण कर तत्समय ही रिकार्ड में शुद्धि किये जाने के आदेश पारित किये गये।
तत्समय ही रिकार्ड में शुद्धि कर प्रार्थी छिद्दा को जमाबन्दी की नकल दिलवायी गयी। प्रार्थी को रिकार्ड में शुद्धि वाली नकल प्राप्त होने पर बड़ा ही सुखद आश्चर्य हुआ कि जिस कार्य के लिए वह पिछले करीब 25 सालों से परेशान था वह कार्य मात्र दो घण्टों में हो गया।