- May 23, 2023
नाबालिग बेटी के अपहरण और बलात्कार 45 वर्षीय किसान आत्महत्या
नई दिल्ली—– राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, एनएचआरसी, भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लिया है कि उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक 45 वर्षीय किसान ने उस समय आत्महत्या कर ली जब उसकी नाबालिग बेटी के अपहरण और बलात्कार के दोषियों के साथ पुलिस ने जबरन समझौता करा दिया। बताया जा रहा है कि पीड़िता अनुसूचित जाति की थी।
आयोग ने पाया कि मीडिया रिपोर्ट की सामग्री, यदि सत्य है, तो यह पीडि़ता के मानव अधिकारों का घोर उल्लंघन है। तदनुसार, आयोग ने मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसमें मामले की वर्तमान स्थिति और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) नियम, 1995 के तहत पीड़ित को प्रदान की गई आर्थिक राहत की स्थिति भी शामिल होनी चाहिए। आयोग इस दु:खद घटना के लिए जिम्मेदार दोषी अधिकारी के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में भी जानना चाहेगा।
19 मई, 2023 को मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी व्यक्तियों द्वारा लड़की का उस समय अपहरण कर लिया गया, जब वह 9 मई, 2023 को अपने पिता से मिलने खेत पर जा रही थी। उसके पिता ने अगले दिन एक पुलिस शिकायत दर्ज की लेकिन पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने के बजाय कुछ रिश्तेदारों की उपस्थिति में पीड़िता और आरोपी व्यक्तियों के बीच समझौता करा दिया। पुलिस ने पीड़ित लड़की के माता-पिता को न तो फोन किया और न ही सूचित किया और मामला बंद कर दिया। कथित तौर पर, इससे परेशान होकर लड़की के पिता ने 17 मई, 2023 को आत्महत्या कर ली।