कैंसर अस्पताल में शीघ्र स्थापित होगी हाई डोज ब्रेकीथेरेपी इकाई

कैंसर अस्पताल में शीघ्र स्थापित होगी हाई डोज ब्रेकीथेरेपी इकाई

शिमला – आईजीएमसी शिमला के कैंसर अस्पताल में जल्द ही ‘हाई डोज़ रेट’ ब्रेकीथेरेपी इकाई स्थापित की जाएगी। इस सुविधा के उपलब्ध होने से गायनोकालोजीकल मेलिग्नेंसी से संबंधित मामलों के उपचार में मदद मिलेगी। यह सुविधा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के कार्यक्रम एनपीसीडीसीएस के अंतर्गत जीआईए के माध्यम से स्थापित ब्रेकीथेरेपी मशीन के स्थान पर अगस्त, 2015 तक स्थापित कर दी जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि 3.58 करोड़ रुपये लागत की ये मशीन पहले ही खरीदी जा चुकी है और इसे शीघ्र कार्यशील बनाने से जुड़े अन्य कार्य प्रगति पर हैं। इस आधुनिक तकनीक मशीन से कैंसर रोगियों का और बेहतर उपचार हो सकेगा।

उन्होंने कहा कि पहले ब्रेकोथेरेपी मशीन की सुविधा कैंसर अस्पताल में उपलब्ध थी, जिस पर अब विकिरण सुरक्षा के उद्देश्य से परमाणु ऊर्जा नियमन बोर्ड मुम्बई के विकिरण सुरक्षा प्रभाग की अनुशंसा पर पाबंदी लगाई गई है। इसके अतिरिक्त, मशीन की अवधि पूरी हो गई थी और यह तकनीक भी अप्रचलित एवं अप्रयुक्त हो चुकी है।

निर्माण कंपनी के बंद होने से इस मशीन के कल-पुर्जे उपलब्ध न होने से इसे नकारा घोषित किया गया है। परिणामस्वरूप, नई एवं अद्यतन तकनीक युक्त मशीन को खरीदने का निर्णय लिया गया, जिसके लिए वर्ष, 2014 में निविदाएं आमंत्रित की गई थीं। इस मशीन के माध्यम से सप्ताह में औसतन एक या दो मरीजों का उपचार किया जा रहा था।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में इस मशीन से सप्ताह में औसतन तीन या चार मरीजों को उपचार की आवश्यकता रहती है और इन मरीजों को उपचार के लिए पीजीआई अथवा जीएमसी चण्डीगढ़, जहां पर बहुत कम लागत से यह सुविधा उपलब्ध है, के विकल्प की सलाह दी जा रही है। हालांकि संस्थान द्वारा इस सुविधा के लिए किसी प्रकार के चार्जिज नहीं लिए जा रहे हैं।

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