• August 16, 2017

71वें स्वाधीनता दिवस –विषमता और भेदभाव उन्मूलक सरकार

71वें स्वाधीनता दिवस –विषमता और भेदभाव उन्मूलक सरकार

जयपुर—————मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में आर्थिक-सामाजिक विषमता और भेदभाव समाप्त करने के लिए ’’टीम राजस्थान’’ दिन-रात काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सच्चे मायने में सम्पूर्ण स्वतंत्रता तभी मुमकिन होगी जब हर व्यक्ति की उन्नति हो, शिक्षा अनिवार्य हो, निःशुल्क चिकित्सा हो, रोजगार के अवसर हाें और हर व्यक्ति के लिए न्याय सुलभ हो। उन्होंने कहा कि सुराज संकल्प यात्रा में लिये इसी संकल्प को पूरा करने के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं।

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श्रीमती राजे 71वें स्वाधीनता दिवस पर एसएमएस स्टेडियम में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह के अवसर पर प्रदेशवासियों को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा कि आज के दिन को देश का हर व्यक्ति सबसे बड़े पर्व के रूप में गौरव और सम्मान के साथ मनाता है। उन्होंने इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया और देश के लिए बलिदान देने वाले शहीदों को नमन किया।

समृद्ध, स्वाभिमानी और नये राजस्थान की ओर कदम

श्रीमती राजे ने कहा कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की प्रेरणा को ध्यान में रखते हुए हम समृद्ध, स्वाभिमानी, रोजगारयुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त, जातिवाद मुक्त, भ्रूण हत्या मुक्त, अशिक्षा मुक्त और गरीबी मुक्त नये राजस्थान की ओर बढ़ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को मिलकर अपने पूरे सामथ्र्य से राजस्थान को एक युवा एवं आधुनिक राजस्थान बनाना होगा, जिसकी परिकल्पना हमने 13 दिसम्बर, 2013 को विजन डॉक्यूमेंट के माध्यम से जनता के सामने रखी थी। इस परिकल्पना को साकार करने के लिए हमने विरासत में मिली आर्थिक तंगी के बावजूद पिछले 4 बजट में ठोस प्रयास किए जिसके सार्थक परिणाम भी सामने आने लगे हैं।

सरकार की योजनाओं, कार्यक्रमों और नीतियों की देश-विदेश में प्रशंसा

श्रीमती राजे ने कहा कि आज शिक्षा, रोजगार और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में चलाई गइर्ं हमारी योजनाओं, कार्यक्रमों और नीतियों की देश में ही नहीं विदेशों में भी प्रशंसा हो रही है। सरकारी स्कूलों से बच्चों का पलायन रुका है। अभिभावकों की सरकारी स्कूलों के प्रति सोच सकारात्मक हुई है और सरकारी स्कूलों का परिणाम भी बेहतर आया जिसकी राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई। शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए हमने देश में पहली बार अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का फेस्टिवल ऑफ एजुकेशन आयोजित किया।

युवाओं को बना रहे रोजगार सृजन करने वाला

मुख्यमंत्री ने युवाओं का आह्वान किया कि वे सकारात्मक सोच, सच्ची निष्ठा, लगन एवं जूनून के साथ राजस्थान को देश का सिरमौर बनाने में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि रोजगार के अवसर सृजित करने की दिशा में गम्भीरता के साथ प्रयास किये गये हैं। हमने कोशिश की है कि व्यक्ति को रोजगार मांगने वाला नहीं बल्कि रोजगार देने वाला बनाएं।

श्रीमती राजे ने कहा कि सरकार भर्तियों में आने वाली कानूनी परेशानियों का हल निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक गई और भर्तियों से जुड़ी सभी उलझनों को सुलझाया। उन्होंने कहा कि सरकारी क्षेत्र में अब तक 1 लाख 8 हजार नौकरियां दी जा चुकी हैं और स्किल डवलपमेंट के माध्यम से निजी क्षेत्र में लगभग 11 लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में आवश्यकता अनुसार सरकारी नौकरियों के लिए और भर्तियां भी होती रहेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान आज डिजिटल स्टेट के रूप में तेजी से पहचान बना रहा है। प्रदेश के विभिन्न शहरों में डिजी-फेस्ट का आयोजन किया जाएगा, जिसकी शुरूआत 17-18 अगस्त को कोटा में की जा रही है।

रिफाइनरी का जोइंट वेंचर एग्रीमेंट शीघ्र

श्रीमती राजे ने कहा कि राजस्थान रिफाइनरी देश की पहली ऎसी परियोजना है, जिसमें रिफाइनरी के साथ पेट्रो केमिकल कॉम्प्लेक्स भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने रिनेगोशिएशन कर रिफाइनरी में लगभग 40 हजार करोड़ रुपये की बचत की है। शीघ्र ही इस परियोजना का जोइंट वेंचर एग्रीमेंट किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग और कृषि को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए हमने जयपुर में ’ग्राम’ का आयोजन किया। संभाग स्तर पर ’ग्राम’ के आयोजन की शुरूआत कोटा से की गई और अब उदयपुर संभाग में ’ग्राम’ का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बस्सी, जयपुर में राज्य की पहली ऑलिव टी इकाई द्वारा शीघ्र उत्पादन प्रारंभ कर दिया जाएगा।

पं. दीनदयाल उपाध्याय दिव्यांग शिविर लगेंगे

श्रीमती राजे ने कहा कि किसान हमारे अन्नदाता हैं तो दिव्यांग हमारे लिए ईश्वर का स्वरूप। इस भावना को ध्यान में रखते हुए पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिवस से दिव्यांग शिविर शुरू किये जायेंगे।

मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों को सुशासन की मजबूत कड़ी बताया और कहा कि सरकार ने कर्मचारियों के कल्याण के लिए अनेक कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सातवेंं वेतन आयोग सम्बन्धी समिति की रिपोर्ट का अध्ययन कर इसे जल्द से जल्द लागू करने का प्रयास करेगी।

हमारा मकसद आमजन की तकलीफें दूर करना

श्रीमती राजे ने कहा कि हमारा मकसद आमजन की तकलीफें दूर करना है। जब कोई गरीब अपनी पीड़ा दूर होने पर हमें दिल से दुआ देता है, आशीर्वाद देता है, उसकी आंखों में हमारे लिए अपनापन दिखाई देता है तो वही हमारे लिए सबसे बड़ी सौगात है। लोगों की दुआ, आशीर्वाद, अपनापन और प्यार हमें दोगुनी मेहनत से काम करने की शक्ति देता है।‘

राजस्थान में साकार हो रही दीनदयाल और प्रधानमंत्री की परिकल्पना

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान पं. दीनदयाल उपाध्याय की कल्पना को साकार करते हुए निरन्तर आगे बढ़ने का प्रयास कर रहा है। उनका मानना था कि ‘स्व’ के बिना स्वराज्य और स्वतंत्रता का विचार अधूरा है। उनकी सोच थी कि जितनी राजनीतिक स्वतंत्रता जरूरी है उतनी ही आर्थिक और सामाजिक स्वतंत्रता भी आवश्यक है। श्रीमती राजे ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में टीम राजस्थान के परिश्रम से आर्थिक और सामाजिक स्वतंत्रता का सपना धीरे-धीरे साकार होता दिखाई दे रहा है।

नाहरगढ़ अभ्यारण्य में लायन सफारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राजस्थान के साथ-साथ जयपुर की पहचान विश्व पटल पर टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में होती जा रही है। द्रव्यवती नदी का सौन्दर्यकरण इसे और पहचान देगा। जयपुर में ट्राइबल आर्ट म्यूजियम और स्ट्रीट फूड कॉर्नर भी विकसित किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि झालाना के जंगल में लेपर्ड सफारी के बाद अब नाहरगढ़ अभ्यारण्य में भी लायन सफारी शीघ्र प्रारंभ की जायेगी। उन्होंने कहा कि जयपुर में रिंग रोड का काम भी हमारे इसी कार्यकाल में पूरा हो जायेगा।

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