लेखक के कलम से

आज मानवता शर्मसार है इंसानियत लहूलुहान है—डॉ नीलम महेंद्र

एक वो दौर था जब नर में नारायण का वास था लेकिन आज उस नर पर पिशाच हावी है। एक
Read More

पुरानी जोड़ी,नया सफ़र,मोदी-शाह—–सज्जाद हैदर

भारत की राजनीति में एक बार फिर सियासी जोड़ी का रूप उभरकर देश की जनता के सामने बड़ी ही मजबूती
Read More

कांग्रेस को अपनी हार नहीं, बीजेपी की जीत की समीक्षा करनी चाहिए—— डॉ नीलम महेंद्र

2019 के लोकसभा नतीजे कांग्रेस के लिए बहुत बुरी खबर लेकर आए। और जैसा कि अपेक्षित था, देश की सबसे
Read More

देवता कौन — सुलेखा डोगरा

हे देव कौन हो तुम , कहाँ से आये हो भारत का भाग्य बदलने, दैविक शक्ति कहाँ से लाये हो
Read More

पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का आदेश राज्य प्रायोजित हत्याओं को बढ़ावा देगा

लखनऊ–(राजीव यादव)—– खतौली मुज़फ्फरनगर के शहजाद को सहारनपुर में पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने पर परिजनों द्वारा सवाल उठाने के
Read More

1857 के आधार पर एक सूत में पिरोऊँगा भारत, मोदी———- सज्जाद हैदर

प्रधानमंत्री के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल की शुरूआत करने जा रहे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी बात
Read More

भानुमती का कुनबा भी नहीं कर सका नैया पार—— सज्जाद हैदर

वाह रे राजनीति तेरे रूप हजार यह सत्य है। क्योंकि, 2019 के चुनाव का परिणाम जो देश की जनता के
Read More

जातिवाद से आजाद होता देश का लोकतंत्र —– डॉ नीलम महेंद्र

2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम कई मायनों में ऐतिहासिक रहे। इस बार के चुनावों की खास बात यह थी कि
Read More

बिहार में विपक्ष की रणनीति पर भारी पड़ी एनडीए की ठोस नीति —मुरली मनोहर श्रीवास्तव

बिहार में महागठबंधन को भारी पराजय का सामना करना पड़ा है महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राजद तो सूबे में
Read More

खंजरी की थाप पर झूमने वाले गांव में खंजर निकलने लगे—रामकिशोर दयाराम पंवार रोंढावाला

मेरे गांव ————— कहते है कि भारत गांवो में बसता है, अग्रेंजो ने भारत को गांव का देश कहा है।
Read More