पूर्वोत्‍तर की युवा शक्ति : डॉ. जितेन्‍द्र सिंह

पूर्वोत्‍तर की युवा शक्ति : डॉ. जितेन्‍द्र सिंह

पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, जन शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष विभाग राज्‍यमंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा है कि पूर्वोत्‍तर क्षेत्र के युवाओं की क्षमताओं का बहुत कम उपयोग हो सका है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा स्किल इं‍स्टिट्यूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, गुवाहाटी में आयोजित छात्र महोत्‍सव आरोहण-2015 में डॉ. सिंह ने कहा कि पूर्वोत्‍तर में बाहरी दुनिया की सीमित पहुंच के साथ-साथ इस क्षेत्र के युवाओं की बहुमुखी प्रतिभा और योग्‍यता के बारे में बाहर के लोगों की जागरुकता की कमी के कारण ऐसा हुआ।

डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि पूर्वोत्‍तर की एक बड़ी समस्‍या यह है कि यहां के युवा को उच्च मानक शिक्षा और रोजगार के अवसरों की कमी के कारण देश के अन्य भागों में जाना पड़ता है। इन दोनों समस्याओं के समाधान के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने दिल्ली तथा देश के अन्य भागों में पूर्वोत्तर छात्रों के लिए छात्रावास समेत बहुत सी योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं के अंतर्गत पूर्वोत्तर के छात्रों के लिए परामर्श और कोचिंग केन्द्रों और दिल्ली तथा अन्य स्थानों पर विश्वविद्यालयों में पूर्वोत्तर अध्ययन इकाइयों की स्थापना की गई है।

डॉ. सिंह ने इस अवसर पर पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के तहत कौशल विकास मंत्रालय के सहयोग से कौशल विकास केन्द्र की स्थापना की घोषणा की। उन्होंने हाल ही में गुवाहाटी विश्वविद्यालय में ब्रह्मपुत्र अध्ययन केन्द्र की स्थापना किये जाने की घोषणा का जिक्र भी किया। इस केन्द्र में किये जाने वाले अनुसंधान और अध्ययन के प्रारूप और विस्तार का कार्य विद्वानों और शिक्षकों के सहयोग से किया जा रहा है।

Related post

फोन-पे को ट्रेडमार्क विवाद में अंतरिम राहत

फोन-पे को ट्रेडमार्क विवाद में अंतरिम राहत

दिल्ली उच्च न्यायालय ने फोन-पे को उसके डिजिटल भुगतान ब्रांड और एजीएफ फिनलीज इंडिया द्वारा ‘फोन…
बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर नोटिस

बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर नोटिस

गुजरात उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार, अहमदाबाद पुलिस आयुक्त और अन्य को एक व्यक्ति द्वारा दायर…
सीरिया: दुनिया को विद्रोहियों को शब्दों से नहीं, बल्कि कर्मों से आंकना चाहिए : शैलश कुमार

सीरिया: दुनिया को विद्रोहियों को शब्दों से नहीं, बल्कि कर्मों से आंकना चाहिए : शैलश कुमार

सीरिया में असद शासन के पतन ने इस संकटग्रस्त देश के लिए एक नया अध्याय खोल…

Leave a Reply