- February 10, 2015
राजकीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा -शिक्षा राज्य मंत्री
जयपुर-शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत सभी विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले इसके लिए सरकार ने विद्यालयों में भौतिक संसाधन प्रदान करने के साथ-साथ अध्यापकों के रिक्त पदों पर डीपीसी व नवीन भर्ती के माध्यम से पदस्थापन किया है। इसके साथ ही राजकीय विद्यालयों में शैक्षणिक वातावरण को प्रभावी बनाने के लिए प्रार्थना सभा में योग, ध्यान व सूर्य नमस्कार की गतिविधियों को भी सम्मिलित किया गया जिससे विद्यार्थी स्वस्थ मन व स्वस्थ शरीर के साथ ज्ञानार्जन करे। उन्होंने बताया कि विद्यालयों में नियमित मॉनिटरिंग के लिए सभी विभागीय अधिकारियों की जिम्मेवारी भी तय की गई है।
श्री देवनानी ने सोमवार को पाली में बताया कि जो अभिभावक अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय में शिक्षा दिलाना चाहते है उनके लिए सरकार राज्यभर में ब्लॉक स्तर पर पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम के सीबीएसई पाठ्यक्रम के विद्यालय स्थापित करेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में इन 186 स्वामी विवेकानन्द मॉडल स्कूल्स में मूल्यपरक शिक्षा के साथ ही आधुनिक तकनीकी शिक्षा भी प्रदान की जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में ग्राम पंचायत स्तर पर एक उच्च माध्यमिक विद्यालय को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित कर सभी मूलभूत एवं तकनीकी आवश्यकताओं से परिपूर्ण किया जाएगा जिसके तहत आगामी दिनों में प्रथम चरण में प्रदेश के 3 हजार 300 पंचायत मुख्यालय के विद्यालयों को आदर्श विद्यालय के रूप में सरकार विकसित करने जा रही है। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में विद्यालयों में व्याख्याताओं की कमी को पूरा करने के लिए विभागीय पदोन्नति तथा सीधी भर्ती द्वारा व्याख्याताओं के पदस्थापन के लिए प्रक्रिया शुरू की जा रही है। साथ ही प्राचार्यो, जिला शिक्षा अधिकारियों के रिक्त पदों को भी जल्द ही भरा जायेगा।
श्री देवनानी ने सोमवार को पाली व जोधपुर जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक अधिकारी अपने कार्य को उत्तरदायित्वपूर्ण तरीके से निष्पादित करे। उन्होंने जिले में माध्यमिक एवं प्रारम्भिक शिक्षा के विद्यालयों में नामांकन, शिक्षकों के पद एवं पदस्थापन की स्थिति, नवक्रमोन्नत विद्यालयों की स्थिति, शिक्षकों की डीपीसी, विद्यालयों के निरीक्षण रिपोर्ट की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को शिक्षा विभाग के प्रत्येक कार्मिक की जिम्मेवारी सुनिश्चित करते हुए मॉनिटरिंग सिस्टम को प्रभावी बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को अपने कार्याे में पारदर्शिता, जवाबदेही व वस्तुनिष्ठता लाते हुए विद्यार्थी हित में व्यापक कदम उठाने के निर्देश दिये। उन्होंने विद्यालयों में नामांकन में वृद्घि कर विद्यार्थियों का ठहराव सुनिश्चित करते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के निर्देश दिये।
उन्होंने जिले में सर्व शिक्षा अभियान तथा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत विद्यालयों में चल रहे निर्माण कार्यो की जानकारी लेकर निर्माण कार्यो की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के लिए नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिये।
उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों व मॉ शारदे छात्रावासों में नियमित निरीक्षण एवं मॉनिटरिंग करने एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने विद्यालयों में स्वच्छता के लिए नियमित निरीक्षण करने तथा विद्यालयों में छात्र छात्राओं के लिए अलग अलग शौचालयों के निर्माण के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये।
बैठक में विधायक पाली श्री ज्ञानचन्द पारख, उपनिदेशक (माध्यमिक शिक्षा) पाली श्रीमती नूतनबाला कपिला, उपनिदेशक (माध्यमिक व प्रारम्भिक शिक्षा) जोधपुर श्रीमती गजरा चौधरी सहित पाली व जोधपुर जिले के शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहें।