- February 6, 2018
बाल हृदय उपचार योजना— असमर्थ बच्चों का नि:शुल्क इलाज
भोपाल :(सुनीता दुबे)———प्रदेश में सुनने में असमर्थ बच्चों के नि:शुल्क इलाज के लिये मुख्यमंत्री बाल श्रवण उपचार योजना और हृदय रोग पीड़ित बच्चों के लिये मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना संचालित की जा रही है। बाल श्रवण योजना में अब तक 871 और बाल हृदय उपचार योजना में 6,289 से अधिक बच्चों का उपचार किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री बाल श्रवण उपचार योजना
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में वर्ष 2015-16 से आरंभ इस योजना में 5 वर्ष तक के सभी जन्मजात और विशेष परिस्थिति में 7 वर्ष तक के श्रवण बाधित बच्चों का नि:शुल्क उपचार किया जाता है। चिन्हांकित बच्चों को कॉकलियर इम्प्लांट सरकारी खर्चे पर मान्यता प्राप्त अस्पतालों में लगाया जाता है।
शासन द्वारा प्रति हितग्राही 6 लाख 50 हजार रुपये का व्यय किया जाता है। व्यय में 5 लाख 20 हजार आर.बी.एस.के. मद से और शेष एक लाख 30 हजार रुपये की राशि बाल श्रवण योजना राज्य मद से दी जाती है।
योजना में वर्ष 2015-16 में 182 श्रवण बाधित बच्चों की, 2016-17 में 304 बच्चों की और वर्ष 2017-18 में दिसम्बर 2017 तक 385 श्रवण बाधित बच्चों की कॉकलियर इम्प्लांट सर्जरी कराई जा चुकी है।
मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना द्वारा प्रदेश के 0 से 18 वर्ष तक के हृदय रोग पीड़ित बच्चों के नि:शुल्क इलाज के लिये संचालित की जा रही है। वर्ष 2015-16 में 1641, वर्ष 2016-17 में 2728 और वर्ष 2017-18 में दिसम्बर तक 1920 बच्चों की हृदय की शल्य चिकित्सा करवाई जा चुकी है।
योजना में हृदय रोग ग्रसित बच्चों को शासन द्वारा निर्धारित पैकेज के अनुसार हृदय की 14 बीमारी के 42 प्रोसीजर कोड निर्धारित किये गये हैं। इनके अनुसार मान्यता प्राप्त चिकित्सालयों में उपचार कराया जा रहा है। यदि किसी बच्चे को एक से अधिक हृदय रोग हैं तो प्रोसीजर कोड एवं निर्धारित मॉडल कास्टिंग की राशि संयुक्त रूप से उपचार के लिये संबंधित अस्पताल को दी जाती है।