- January 20, 2018
112 असाधारण रूप से कामयाब महिलाऐं सम्मानित
पीआईबी (नई दिल्ली)——-महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने आज नई दिल्ली में 112 असाधारण रूप से कामयाब (अचीवर) महिलाओं को सम्मानित किया।
इस अवसर पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री सुश्री अनुप्रिया पटेल भी उपस्थित थीं।
ये ‘फर्स्ट लेडीज‘ असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाली ऐसी महिलाएं हैं जिन्होंने अपने संबंधित क्षेत्रों में मील का पत्थर स्थापित किया है। इनमें पहली महिला मर्चेंट नेवी कैप्टन, यात्री रेलगाड़ी की पहली ट्रेन ड्राइवर, पहली महिला फायर फाइटर, पहली महिला बस ड्राइवर, अंटार्टिका में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला आदि शामिल हैं।
‘फर्स्ट लेडीज‘ का स्वागत करती हुई महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने कहा कि ‘फर्स्ट लेडीज महिलाओं का एक ऐसा अनोखा समूह है जो उपलब्धि के अपने संबंधित क्षेत्र में पहली महिला हैं और हर ऐसी महिला सम्मानित किए जाने की हकदार है।
उन्होंने कहा कि ‘आपकी उपलब्धियां दूसरी महिलाओं को भी आगे आने को प्रेरित करेंगी। श्रीमती मेनका संजय गांधी ने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय विभिन्न तरीकों से महिला अचीवरों को सम्मानित करने के लिए ऐसे ही समारोहों का आयोजन करता रहा है जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने ‘फर्स्ट लेडीज‘ को बधाई दी एवं उम्मीद जताई कि उनकी संख्या अधिक से अधिक बढ़ती जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत में महिलाओं को कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और किसी भी क्षेत्र में प्रथम महिला का सम्मान पाना निश्चित रूप से किसी भी महिला के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री सुश्री अनुप्रिया पटेल ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ‘फर्स्ट लेडीज‘ के इस अभिनव पहल के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की भावना के अनुरूप है और महिला अचीवर देश भर की महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल और प्रेरणा का काम करेंगी।
इस अवसर पर ऐश्वर्या राय बच्चन भी उपस्थित थीं एवं उन्होंने भी फर्स्ट लेडीज के साथ बातचीत की।
इस अवसर पर इन महिलाओं की उपलब्धियों को प्रदर्शित करती एक कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया गया। फेसबुक एवं डीडी न्यूज ने इस अनूठी पहल के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ साझीदारी की है।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय 8 मार्च को ऐसी महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित करता है जिन्होंने समाज में काफी योगदान दिया है लेकिन उनकी उपलब्धियों का कोई उल्लेख नहीं हुआ है।