- April 3, 2017
रूर्बन मिशन से गांवों को भी शहरों जैसी बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी
रायपुर (छत्तीसगढ)—– प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में संचालित रूर्बन मिशन से गांवों को भी शहरों जैसी बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी और गांव तथा शहर के बीच की दूरी कम होगी।
मुख्यमंत्री ने आज कबीरधाम (कवर्धा) जिले के ग्राम कुण्डा (विकासखण्ड-पंडरिया) में क्षेत्र के विकास के लिए राष्ट्रीय रूर्बन मिशन के तहत होने वाले विभिन्न कार्यों का शुभारंभ करते हुए विशाल जनसभा में इस आशय के विचार व्यक्त किए। उल्लेखनीय है कि रूर्बन मिशन देश के प्रथम उद्योग मंत्री स्वर्गीय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर शुरू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रूर्बन मिशन में शामिल पंडरिया क्षेत्र की 18 ग्राम पंचायतों और उनके आश्रित 29 गांवों के लिए कुण्डा क्लस्टर तथा कबीरधाम जिले के लिए 57 करोड़ 73 लाख रूपए के विभिन्न विकास तथा निर्माण कार्योंें का लोकार्पण और भूमि पूजन किया। रूर्बन मिशन के तहत इन 18 ग्राम पंचायतों के आश्रित गांवों में बिजली, बेहतर आवास, स्वच्छ पेयजल आपूर्ति, पक्की सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए विशेष कार्ययोजनाए तैयार की गई है।
जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कुण्डा उपतहसील को तहसील का दर्जा देने और कुण्डा में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 30 लाख रूपए मंजूर करने की घोषणा की। उन्होंने कार्यक्रम में कई हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के स्वीकृति पत्र भी वितरित किए।
डॉ. सिंह ने विशाल सभा में कहा-छत्तीसगढ़ सरकार गांवों के साथ-साथ शहरों में भी गरीबों और समाज के कमजोर वर्गों की बेहतरी के लिए सजग है। इसके लिए कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री संचार क्रांति योजना (स्काई) शुरू करने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए 45 लाख लोगों को स्मार्ट फोन दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब खेत में काम करने वाला किसान आसानी से इस स्मार्ट फोन के जरिए अन्य योजनाओं के साथ-साथ कृषि योजनाओं के बारे में जानकारी ले सकेगा। कार्यक्रम में लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह, संसदीय सचिव श्री मोतीराम चंद्रवंशी, कवर्धा विधायक श्री अशोक साहू, छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डॉ. सियाराम साहू और छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री बिशेसर पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष पटेल, पंडरिया जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु बर्मन, लोहारा जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा पांडे सहित कई जनप्रतिनिधि और हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने आज के कार्यक्रम में पंडरिया क्षेत्र के लिए कुण्डा-फास्टरपुर पहुंच मार्ग 26 किलोमीटर टू-लेन सड़क लागत 48 करोड़ रूपए के सड़क निर्माण कार्य का भी भूमि पूजन किया। यह सड़क कबीरधाम जिले के कुण्डा क्षेत्र तथा मुंगेली जिले को आपस में जोड़ती है। वर्तमान में इस क्षेत्र के लोगों को मुंगेली जिले के फास्टरपुर जाने के लिए लगभग 40 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। इस सड़क का निर्माण पूर्ण होने के बाद यह दूरी घटकर सिर्फ 21 किलोमीटर रह जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह नल-जल योजना के तहत 2 करोड़ 76 लाख के स्वीकृत कार्यों का भी भूमि पूजन किया। इस योजना में नल-जल योजना के तहत रूर्बन योजना के 7 ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया है, जिसमें ग्राम पंचायत सेन्हभाठा, पेन्ड्रीकला, महली, खम्हरिया, सुरजपुर कला, काकरी, घोरपेन्ड्री शामिल है। साथ ही 6 करोड़ 34 लाख रूपए की लागत से बनने वाली सीसीरोड़ सह नाली निर्माण कार्यों का भी भूमिपूजन किया।
रूर्बन मिशन के तहत 89 लाख 44 हजार रूपए का आंगनबाड़ी भवन का जिर्णोद्धार कार्य भी स्वीकृत किए गए हैं, जिसमें ग्राम पंचायत तथ उनके आश्रिम गांव घोरपेन्ड्री, बसनी, खमहरिया, अखरा, खरहट्टा, केशलमरा, खैरवारकला, लैलटुकरी, कुंडा, बोड़तराखुर्द, महली, कामरी, दुल्लीपार, कशलीखुर्द, छीतापारकला, हथमु़ड़ी, पेंड्रीकला, पीपरमाटी, रामा, रेहुटाकला, सुरजपुरखुर्द, रेगाबोड़ बनियाखुर्द, सूरजपुरकला, दुल्लापुर, सेन्हाभांठा, ओड़ाडबरी तथा लोखान गांव शामिल है।
रूर्बन मिशन के तहत क्षेत्र में 18 ग्राम पंचायतों के 29 गांवों को शामिल किया गया है। इन ग्राम पंचायतों में घोरपेड्री, खम्हरिया, खरहट्टा, खैरवारकला, खैलटुकरी, बोडतराखुर्द, कुण्डा, महली, माकरी, छितापार कला, हथमुड़ी, पेड्रीकला, रापा, रेहुटाकला, रेगाबोड़, सुरजपुर कला, सेन्हाभाठा, ओडाडबरी शामिल है, तथा इसके अतंर्गत आने वाले आश्रित 29 गांव भी शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडरिया और कुण्डा क्षेत्र की समस्याएं शासन द्वारा संचालित योजनाओं के माध्यम से दूर की जा रही है और विकास के कार्य संपादित किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब कुण्डा पहुंचने में दिक्कत होती थी, क्योंकि सड़कों का निर्माण नहीं हुआ था।
राज्य शासन द्वारा आवागमन में सुविधा के विस्तार के लिए विशेष रूप से सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के साथ-साथ प्रदेश में स्वच्छता अभियान के तहत उल्लेखनीय प्रगति हुई है और विभिन्न जिले खुले में शौचमुक्त घोषित हो रहे है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि अक्टूबर 2018 तक छत्तीसगढ़ खुले में शौचमुक्त घोषित हो जायेगा।
डॉ. रमन सिंह ने आगे कहा कि राज्य शासन द्वारा किसानों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, जिसके तहत विशेष रूप से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में 35 लाख परिवारों को गैस कनेक्शन प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है और अब तक इस योजना के अंतर्गत 10 लाख लोगों को गैस कनेक्शन प्रदान कर दिया गया है।
सौर सुजला पंप योजना के तहत सोलर पंप स्थापना, लोगों को इलाज के लिए स्मार्ट कार्ड दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए कबीरधाम जिले का दूसरा सहकारी शक्कर कारखाना पंडरिया क्षेत्र में शुरू किया जा चुका है। इससे इलाके के गन्ना उत्पादक किसानों को काफी लाभ मिलेगा।
लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह ने कहा कि रूर्बन मिशन की शुरूआत कुण्डा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के हाथों देश में सबसे पहले इस योजना की शुरूआत छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव जिले से हुई। उन्होंने कहा कि अब कुण्डा कलस्टर के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों में कार्यो को विशेष रूप से गति मिलेगी। हर गरीब के पास अब अपना पक्का मकान होगा।
रूर्बन योजना के तहत पेयजल, आवास, सड़क सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध होगी। संसदीय सचिव श्री मोतीराम चंद्रवंशी ने भी जनसभा को सम्बोधित किया। उन्होंने शासन की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख किया और कहा कि फास्टरपुर सड़क का निर्माण पूरा होने पर आवागमन की सुविधा बढ़ेगी । कवर्धा क्षेत्र के विधायक श्री अशोक साहू ने भी लोगों को सम्बोधित किया। जिला कलेक्टर श्री धनंजय देवांगन ने स्वागत भाषण दिया।