- November 13, 2016
नोट बदलवाने अतिरिक्त काउन्टर— सूदखोरो की चांदी—मौलाना अबुल कलाम का जन्म दिन
फिरोजाबाद (विकासपालिवाल)- एक हजार पांच सौ के नोट क्या बंद हुये पूरे जिले के बाजारों में सन्नाटा छा गया।
न तो शहर के प्रमुख बाजारों में कोई चहल-पहल है न जिला अस्पताल में और न किन्हीं अन्य प्रतिष्ठानों पर, अब सवाल यह उठता है कि आखिर सारी पब्लिक है कहां, तो बता दें हर कोई आजकल हजार व पांच सौ के नोटों को बदलने के लिये बैंकों में लाइन से लगा है, कोई भी यह मौका गंवाना नहीं चाहता। इस कारण शहर के थानों की पुलिस भी इन दिनों बैंकों की ड्यूटी पर ही व्यस्त है।
इसके अलावा शहर के प्रमुख चौराहों के टी स्टालों पर अन्य स्थानों पर सिर्फ नोटों को लेकर ही सुबह से सायं तक चर्चा हो रही है। हजार – पांच सौ के नोटों ने सारे राजनीतिक दलों से लोगों का ध्यान हटा दिया है।
- इधर पंजाव नेशनल बैंक बडा बाजार शिकोहाबाद के ब्रांच मेंनेजर के अनुसार शाखा में उपभोक्ताओं को परेशानी ना हो , इसके लिए 7 काउंटर लगाए गए हैं।
जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे भारत में हजार व पांच सौ के नोट बंद किये हैं तब से हड़कम्प मचा हुआ है, हालांकि इस समस्या को दूर करने के लिये बैंके खोल दी गयी हैं और इन नोटों के बदले नये नोट भी जारी हो रहे हैं, लेकिन इतनी जल्दी इतने बड़े फैसले के कारण लोगों में आपाधापी का माहौल है, कोई भी धैर्य धारण नहीं कर रहा और बैंकों में अपार भीड़ लोगों की उमड़ रही है जिसके लिये शहर के सभी थानों का पुलिस फोर्स बैंकों में ही लगा दिया गया है।
पुराने नोट बदलने व जमा करने के लिए बैंकों के बाहर सुबह 7 बजे से ही कतारें लग गईं। बैंक खुलते ही लोगों में अंदर प्रवेश करने को लेकर धक्का-मुक्की शुरू हो गयी जिससे वहां अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया।
स्टेट बैंक पंजाव नेशनल बैंक में नये नोट आ गये हैं। आज लोगों में बैंकों की कार्यप्रणाली को लेकर आक्रोश दिखाई दिया। कई लोगों का कहना था कि लाइन में दो घंटे लगने के बाद जब नोट बदलने का नंबर आया तब कहा जाता है कि करेंसी खत्म हो गई है। कुछ ही लोगों के नोट बदले जाते हैं।
कई बैंको में अतिरिक्त काउन्टर बनाये गये है। जिससे लोगो को परेशानियों का सामना ना करना पडे है। वही देखा जाये तो किसानो का कार्य अभी सातवे आसमान पर चल रहा है। किसान आलू की फसल बोने मे लगा है जब कि 500 व 1000 के नोट के चक्कर मे वह बैंको के चक्कर काट रहा है।
वह सुबह से शाम तक बैको मे लाइन बनाकर खडे दिखाई दे रहे है। बाद में भी बैको के कर्मचारी यह कहकर टाल देते है कि अभी करेन्सी नही आयी है। आयी भी है तो वह खत्म हो चुकी है।
लोगो का कहना है कि बैको में घण्टों लाइन में खडा रहना पड रहा है। इधर आज 14 नबंवर को गुरू नानक जयंती के चलते अवकाश रहेगा। पंजाव नेशनल बैंक बडा बाजार शिकोहाबाद के ब्रांच मेंनेजर के अनुसार शाखा में उपभोक्ताओं को परेशानी ना हो , इसके लिए 7 काउंटर लगाए गए हैं। 4 पर नोट जमा हो रहे हैं तथा 3 काउंटरों पर पुराने नोट बदले जा रहे हैं।
पांच सौ के बदले साढे़ चार, हजार के बदले नों सौ सूदखोरो की चांदी —मोदी सरकार ने 500 व 1000 के नोटो का प्रचलन बन्द किया है। जिसको फायदा इन दिनों सूत खोर जमकर उठा रहे है। 1000 के बदले 9सौ, 500 के बदले 450 रूपये जमकर दिये जा रहे है।
लोगों के मजबूरी का फायदा सूतखोर उठा रहे है। विगत दो दिन से बैकों में नोट बदलने की भीड लगी हुई है। लोगो को मात्र चार हजार रूपये ही बदले में बैक दे रही है। जिससे लोगो का गुजारा होना मुश्किल होता दिखायी दे रहा है।
जिन लोगो के घरों में विवाह समारोह है उन लोगो की मजबूरी का फायदा सूदखोर उठा रहे है। सूतखोर इन दिनों लोगो का हजार के बदले नों सौ व पांच सौ के बादले साढे चार सौ रूपये दे रहें है।
दो दिन से शहर में यह आलम है जिधर देखो उधर ही सूतखोर नजर आ रहे है। पता नही इन लोगो पर कहां से सौ-सौ के नोटो की गड्डियां आ रही है।
मौलाना अबुल कलाम का जन्म दिन बीडीएम म्यू कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, शिकोहाबाद में स्वतंत्र भारत के प्रथम षिक्षा मंत्री एवं भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद ’राष्ट्रीय षिक्षा दिवस’ के रूप में महाविद्यालय प्राचार्या डाॅ नीता सक्सेना की अध्यक्षता में मनाया गया।
सर्वप्रथम महाविद्यालय की प्राचार्या ने अबुल कलाम आजाद के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। तत्पष्चात संगीत विभागाध्यक्षा डाॅ विनीता सक्सेना के निर्देषन में छात्राओं निवेदिता,सुगन्धा,षुचि,लवली द्वारा वन्दे-मातरम् की प्रस्तुति दी गई।
छात्राओं मोना, आकांक्षा,षिखा शर्मा, षिखा आर्य,रीमा तथा दीक्षा द्वारा राष्ट्रीय गीत प्रस्तुत किये गये। राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्राओं खुषबू कुषवाह, साक्षी कुषवाह एवं रूकैया ने अबुल कलाम की जीवनी, उनके व्यक्तित्व व उनके सामाजिक क्षेत्र में अभूतपूर्व क्रिया-कलापों पर अपने विचार अभिव्यक्त किये।
अंग्रेजी विभागाध्यक्षा डाॅ0 सीमारानी जैन ने उनके व्यक्तित्व पर प्रकाष डालते हुये बताया कि वे कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रा सैनानी के रूप में जाने जाते हैं ।
हिन्दी प्रवक्ता दर्षना कुमारी ने मौलाना अबुल कलाम के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने के लिये छात्राओं को आह्वान किया। अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में प्राचार्या डाॅ0 नीता सक्सेना ने छात्राओं को कलाम के समान ज्ञान-पिपासु बनने के लिये प्रेरित किया। उन्होने कहा कि कलाम बहुत अध्ययनषील थे।
वे जेब खर्च से पुस्तके खरीद कर पढा करते थे। कार्यक्रम का संयोजन डाॅ सीमा जैन, संचालन हिन्दी विभागाध्यक्षा डाॅ शषिप्रभा तोमर तथा धन्यवाद ज्ञापन सांस्कृतिक प्रभारी डाॅ विनीता सक्सेना द्वारा किया गया।