शौचमुक्त ग्राम पंचायतों की संख्या चार हजार

शौचमुक्त ग्राम पंचायतों की संख्या चार हजार

रायपुर- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के तहत छत्तीसगढ़ की 945 ग्राम पंचायतों और 1714 गांवों को खुले में शौचमुक्त घोषित किया गया। इन्हें मिलाकर राज्य में खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) ग्राम पंचायतों की संख्या चार हजार 214 और गांवों की संख्या सात हजार 634 तक पहुंच गई है। इस अवसर पर प्रदेश के तीन विकासखण्डों-कटघोरा, पथरिया और मुंगेली को भी खुले में शौचमुक्त विकासखण्ड घोषित किया गया। राज्य में अब ऐसे विकासखण्डों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है।

सर्वाधिक 298 ग्राम पंचायतें और 581 गांव मुंगेली
जिले में घोषित हुए खुले में शौचमुक्त

राज्य में आज खुले में शौचमुक्त घोषित ग्राम पंचायतों में सर्वाधिक 298 ग्राम पंचायतें और 581 गांव मुंगेली जिले के अंतर्गत हैं।

धमतरी जिले की 101 ग्राम पंचायतों और उनके 184 गांवों को भी आज खुले में शौचमुक्त घोषित किया गया। राजनांदगांव जिले की 101 ग्राम पंचायतों सहित 189 गांव खुले में शौचमुक्त घोषित हुए।

महासमुन्द जिले की 63 ग्राम पंचायतों सहित 119 गांव, जशपुर जिले की 31 ग्राम पंचायतों के 56 गांव, कोरबा जिले की 44 ग्राम पंचायतों सहित 82 गांव, कबीरधाम जिले की 42 ग्राम पंचायतों सहित 62 गांव, बेमेतरा जिले की 35 ग्राम पंचायतों के साथ 53 गांव और दुर्ग जिले की 33 ग्राम पंचायतों सहित 35 गांव खुले में शौचमुक्त घोषित किए गए।

कोरिया जिले की 26 ग्राम पंचायतों और उनके 52 गांवों को भी आज खुले में शौचमुक्त होने का दर्जा मिला।

बिलासपुर जिले की 20 ग्राम पंचायतों और उनके 25 गांवों को भी यह दर्जा दिया गया। दंतेवाड़ा जिले की 22 ग्राम पंचायतों और 35 गांव, गरियाबंद जिले की 11 ग्राम पंचायतों सहित 17 गांव, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले की 10 ग्राम पंचायतों सहित 18 गांव, बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की 13 ग्राम पंचायतों सहित 24 गांव खुले में शौचमुक्त घोषित हुए। रायपुर जिले की 15 ग्राम पंचायतों और उनके 16 गांवों को खुले में शौचमुक्त घोषित किया गया।

कांकेर जिले में आज 16 ग्राम पंचायतों और 27 गांवों को यह दर्जा मिला। बस्तर (जगदलपुर) जिले की पांच ग्राम पंचायतें और उनके 22 गांव, रायगढ़ जिले की तीन ग्राम पंचायतें और 29 गांव, सुकमा जिले की 13 ग्राम पंचायतें और 17 गांव, जांजगीर-चांपा जिले की छह ग्राम पंचायतें और 11 गांव, सूरजपुर जिले की 14 ग्राम पंचायतें और 17 गांव, सरगुजा जिले की नौ ग्राम पंचायतें और 14 गांव, कोण्डागांव जिले की छह ग्राम पंचायतें और 12 गांव, बालोद जिले की छह ग्राम पंचायतों सहित दस गांव और बीजापुर जिले की दो ग्राम पंचायतों सहित चार गांव आज खुले में शौचमुक्त घोषित हो गए। नारायणपुर जिले में चार गांवों को खुले में शौचमुक्त घोषित किया गया।

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