- July 5, 2016
मत्स्य पालन से आर्थिक स्थिति में सुधार लाएं :- उपायुक्त :: नवोदय विद्यालय का परिणाम घोषित
झज्जर 5 जुलाई (सतीश कुमार)—— मछली पालन का व्यवसाय आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में काफी सहयोगी है। ऐसे में ग्रामीण परंपरागत फसलों की अपेक्षा मछली पालन का व्यवसाय अपनाकर सरकार की ओर से दी जाने वाली अनुदान राशि से लाभांवित हों। यह बात उपायुक्त अनिता यादव ने कही।
उपायुक्त श्रीमती यादव ने जारी ब्यान में कहा कि मछली पालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से किसानों को अनुदान राशि भी जाती है। उन्होंने कहा है कि लगन व मेहनत से किसी भी कार्य को आसानी से सफलता पूर्वक किया जा सकता है। उन्होंने जिले के बेरोजगार लोगों विशेषकर युवाओं का आह्वïन किया है कि वे मत्स्य पालन व्यवसाय शुरू करके स्वयं का रोजगार स्थापित करें तथा अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाएं।
मत्स्य पालन का व्यवसाय आर्थिक समृद्धि का बेहतर जरिया है। उन्होंने कहा कि युवाओं को मछली पालन की ओर अधिक ध्यान देते हुए स्वरोजगार की ओर अग्रसर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीली क्रांति के नाम से ज्ञात मछली पालन कार्य को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने मछली पालन विभाग की प्रगति रिपोर्ट का ब्यौरा देते हुए बताया कि विभाग द्वारा चालू वित्त वर्ष के जून मास तक जिला में 1959 टन मत्स्य उत्पादन हुआ जबकि इस कार्य से 85 लोगों को स्वरोजगार प्राप्त हुआ।
उपायुक्त ने बताया कि विभाग द्वारा जिले के 148 तालाबों के 318.8 हैक्टेयर क्षेत्र में 117.75 लाख मछली बीज का स्टाक किया गया। जिले में 7 हैक्टेयर क्षेत्र के पंचायती तालाब मत्स्य पालकों को पट्टïे पर दिलवाए गए। उन्होंने बताया कि मछली पालन के लिए मत्स्य पालन विभाग द्वारा प्रशिक्षण मुहैया कराने के साथ-साथ बैंकों से सस्ती दरों पर ऋण व अनुदान सुविधा भी सहजता से उपलब्ध कराई जा रही है।
जल संरक्षण कार्यशाला —— राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक(नाबार्ड) ने मंगलवार को किसान सदन के सभागार मेंं जिला स्तरीय जल संरक्षण कार्यशाला का आयोजन किया। जिला विकास पं्रबधक नाबार्ड विजय राणा, कृषि विज्ञान केंद्र के डा. बीपी राणा, डा. सत्येंद्र यादव, बागवानी विभाग के डा. रवि अहलावत एवं डा. मुरारी लाल ने जिले के कई गांवों से आए लगभग 100 किसानों को जल संरक्षण के विभिन्न उपाएं बताकर जागरूक किया।
विजय राणा ने बताया कि जल का सबसे ज्यादा उपयोग लगभग 75 प्रतिशत कृषि में ही होता है। उन्होंने फसल चक्र में बदलाव एवं नई कृषि तकनीक जैसे लेजर लेण्ड लेवलिंग की सहायता से सिंचाई में काफी बचत हो सकती है।
नाबार्ड राज्य स्तर पर लगभग एक हजार जल संरक्षण के कार्यक्रम लोगों को जागरूक करने के लिए आयोजित कर रहा है। जिनमें से 50 कार्यक्रम झज्जर जिले में आयोजित किए जाऐंगे। डा. राणा ने विभिन्न फसलों के बीज जो पानी की खपत कम करते है, उनके बारे में जानकारी दी। डा. अहलावत एवं मुरारी लाल ने बागवानी विभाग की विभिन्न योजनाओं से अवगत करवाया।
कक्षा छठी व नौंवी का परिणाम घोषित ——– जवाहर नवोदय विद्यालय, कलोई में छठी कक्षा और नौंवी कक्षा का परिणाम घोषित किया गया है। प्राचार्य ओमबीर ने जानकारी देते हुए बताया कि कक्षा छठी में रोल नंबर के02287, ए00021, ए00059, बी01013, सी00135, ई00407, ई00413, ई00429, एफ00465, एफ00472, एफ00476, सी00117, सी00122, सी00123, सी00136, सी00138, सी00140, सी00705, सी01032, एच00505, आई00202, आई01605, आई01615, आई02129, आई02171, जे00243, जे01152, जे01174, जे01760, जे02264, के00825, एम00509, एम00519, एम00520, एम00858, एम00861, एम01382, एम01941, एम02349, एम02398, एम02402, एम02416, एम02448,एन01973, एन01978, एन02012, ओ00952, ओ01492, ओ01495, के00269, के00275, के00281, के00299, के00305, के00306, के01206, के01220, के01222, के01672, के01861, के02290, के02291, के02295, के02299, के02302, के02318, ओ00639, ओ00657, ओ00658, ओ01450, ओ01496, ओ02022, ओ02027, ओ02033, ओ02035, के00277, एल02335, ओ00932, ओ02515, ओ02521 पास हुए है।
कक्षा नौंवी में पास हुए रोल नंबर एम 235, एम 205, एन 246, एम 226, एम 231, एम 232, एम 244, ई 033, एम 227, ए 002, सी 026, के 151, के 152, सी 27, के 134 हैं।
उन्होंने बताया कि दाखिला फार्म किसी भी कार्य दिवस सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे तक प्राप्त किए जा सकते है।
(श्रोतः जनसंपर्क विभाग , झज्जर)