- April 18, 2016
राष्ट्रीय संक्रामक रोग : आईएमआर और जापान के हस्ताक्षर
इस सहयोग को दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों में एक और महत्वपूर्ण कदम बताते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह दोनों देशों के बीच वैज्ञानिक शोध और खासकर सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने में मददगार होगा।
आशय पत्र में “रोगाणुरोधी प्रतिरोध (एएमआर) के वैश्विक बोझ और वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा पर इसके प्रभाव को स्वीकार करते हुए ‘स्वास्थ्य के क्षेत्र में स्वास्थ्य, श्रम मंत्रालय और जापान के कल्याण और भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के बीच 1 सितंबर, 2014 को हस्ताक्षरित ज्ञापन को याद किया गया है। साथ ही इच्छा रोगाणुरोधी प्रतिरोध अनुसंधान के क्षेत्र में भारत के आईसीएमआर और जापान की एनआईआईडी के बीच सहयोग शुरू करने की इच्छा व्यक्त की गई है। इनमें निम्न को शामिल किया गया है लेकिन निम्नलिखित क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं है:
– प्रत्येक देश में रोगाणुरोधी प्रतिरोध के जीनोमिक आंकड़े और महामारी विज्ञान आंकड़े को शामिल करते हुए एकीकृत निगरानी कार्यक्रम का विकास
– प्रत्येक देश में तुलनात्मक निगरानी कार्यक्रम के विकास द्वारा रोगाणुरोधी प्रतिरोध की आणविक और महामारी विज्ञान के आंकड़ों की जानकारी का आदान-प्रदान
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री जेपी नड्डा टोक्यो में आयोजित विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में भाग ले रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में श्री नड्डा ने सभी देशों में एएमआर राष्ट्रीय कार्य योजना को लागू करने के लिए सहयोगात्मक और आवश्यक संसाधन जुटाने पर बल दिया। भारतीय स्वास्थ्य मंत्री ने नई दवाओं की खोज, शोध व विकास को प्रोत्साहित करने तथा दवाओं की सभी तक समान रूप से पहुंच सुनिश्चित करने पर बल दिया।