- April 13, 2016
अमेरिकी रक्षा मंत्री डा. एशटन कार्टर
अमेरिका और भारत वैश्विक शांति, समृद्धि एवं स्थिरता में एक गहरी दिलचस्पी साझा करते हैं। द्विपक्षीय रक्षा सहयोग भारत और अमेरिका के बीच सामरिक साझेदारी का एक प्रमुख तत्व है। अमेरिकी रक्षा मंत्री कार्टर की भारत यात्रा उनके और रक्षा मंत्री श्री पर्रिकर के बीच एक वर्ष के भीतर चौथी मुलाकात है जो मजबूत और गहरे द्विपक्षीय रक्षा संबंध की नियमित मंत्री स्तरीय निगरानी को प्रदर्शित करती है।
अपनी मुलाकात के दौरान रक्षा मंत्री श्री पर्रिकर और डॉ. कार्टर ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और बढ़ाने के लिए पिछले जून से अब तक अमेरिका-भारत रक्षा संबंधों के लिए नई संरचना पर हस्ताक्षर करने के बाद से उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों की समीक्षा की।
उन्होंने आने वाले वर्ष में रक्षा संबंधों में प्राथमिकताओं तथा उन विशिष्ट कदमों पर चर्चा की जो इन प्राथमिकताओं को पूरी करने के लिए उठाए जाएंगे। इनमें रक्षा प्रौद्योगिकी व्यापार पहल (डीटीटीआई); भारत सरकार के मेक इन इंडिया प्रयासों; सामुद्रिक सुरक्षा एवं सामुद्रिक क्षेत्र जागरुकता में सहयोग बढ़ाने के लिए नये अवसर; सेना से सेना संबंधों; रक्षा के क्षेत्र में ज्ञान साझेदारी और आपसी दिलचस्पी के क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के तहत सहयोग बढ़ाना शामिल है।
रक्षा मंत्री श्री पर्रिकर एवं अमेरिकी रक्षा मंत्री डॉ. कार्टर ने आने वाले वर्षों में सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए भारतीय और अमेरिकी सशस्त्र सेनाओं द्वारा किए जा रहे प्रयासों का स्वागत किया। एशिया प्रशांत एवं भारतीय महासागर क्षेत्र और सामुद्रिक सुरक्षा के लिए भारत-अमेरिका संयुक्त सामरिक विजन के समर्थन में दोनों पक्षों ने सामुद्रिक सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत बनाने पर सहमति जताई।
भारत सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ कर्यक्रम में अमेरिकी रक्षा उद्योगों की बेहतर भागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से रक्षा मंत्री श्री पर्रिकर ने रक्षा मंत्री डॉ. कार्टर को हाल ही में घोषित भारतीय रक्षा क्षेत्र में रक्षा खरीद नीति एवं अन्य सुधारों की जानकारी दी। दोनों पक्षों ने अपने संबंधित रक्षा उद्योंगों को अत्याधुनिक परियोजनाओं में नई साझेदारियां विकसित करने को प्रोत्साहित करने पर सहमति जताई। मेक इन इंडिया के समर्थन में अमेरिका ने भारत सरकार के विचारार्थ लड़ाकू विमान से संबंधित दो प्रस्ताव साझा किए।
अमेरिका रवाना होने से पूर्व रक्षा मंत्री डॉ. कार्टर भारत से अमेरिका को अमेरिकी द्वितीय विश्व युद्ध के अवशेषों के देश प्रत्यार्पण समारोह का निरीक्षण करेंगे। रक्षा मंत्री डॉ. कार्टर ने रक्षा मंत्री श्री पर्रिकर एवं भारत सरकार को पुन: प्राप्ति प्रयासों को सुगम बनाने में सहयोग के लिए अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।