• February 18, 2016

कैथल 18 फरवरी (राजकुमार अग्रवाल) –जाट आरक्षण को लेकर बृहस्पतिवार को क्षेत्र में कई स्थानों पर अनिश्चित कालीन जाम लगाया गया। इस दौरान जाट नेताओं कहा कि जब तक सरकार उनके समुदाय को आर्थिक आधार की बजाये जाती तौर पर आरक्षण नही देती, तब तक  उनका धरना, प्रदर्शन जारी रहेंगे। 1
आज क्षेत्र के तितरम मोड़, चंदाना, प्योंदा, हरसोला, नरड़,सौंगल तथा जाखौली में जाट समुदाय के लोगों के द्वारा जाम लगाया गया। इस दौरान अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष धर्मपाल धारीवाल ने कहा कि मुख्य मंत्री  के द्वारा कल आरक्षण को लेकर घोषणायें की गई। उनको वे मंजूर नही।
उन्होंने कहा कि वे आर्थिक तौर पर आरक्षण कभी भी नही लेंगे। उनको जब तक जातीय तौर पर आरक्षण नही मिलता, तब तक ऐसे ही प्रदेश के रास्ते जाम रहेंगे। उन्होंने  कहा कि सरकार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाये और इस बारे में कानून बनाये तथा विधान सभा में पास करे।
इस अवसर पर बलवान कोटडा, सुभाष बड़ सिकरी, रणवीर फौजी, संदीप धारीवाल, कुलदीप, रत्न चंदाना, सुरेंद्र चंदाना, मांगेराम बड़ सिकरी, राधा कृष्ण, प्रेम मलिक, अजमेर, पवन, बसाऊ, प्रदीप, ओमप्रकाश, सुरेश चहल, कृष्ण कूंडु, जोगिंद्र किठाना आदि भी उपस्थित थे।
ये है समुदाय कि मांगें
1  समुदाय को आर्थिक तौर की बजाये जातीय तौर पर आरक्षण दिया जाये।
2 जाट समुदाय के लगभग 30 हजार लड़कों के द्वारा ओ बी सी के आरक्षण के तहत विभिन्न विभागों में एड़मिशन लिया था, तो उनको उसी तारीख से एडमिशन दे। 
3 लगभग 4500 के लगभग बैंकों व बीमा कम्पनियों में दाखिला भी ओ बी सी आरक्षण के तहत हो। 
4 13 सितम्बर 2010 से लेकर आज तक जितने भी आंदोलन के तहत मामले दर्ज किये गये वे सरकार वापस ले। 
 
सांसद को ललकार ———–   जाम के दौरान समुदाय के लोगों ने सांसद राजकुमार सैनी को चैलेंज दिया कि वे व उनकी बिग्रेड में हिम्मत है तो वे जाम खुलवाना तो दूर जाम स्थल तक आकर ही दिखाये। उन्होंने सरकार से भी मांग कि है कि सांसद के खिलाफ देश द्रोह का मामला दर्ज कर गिरफ्तार करे। उन्होंने कहा कि वे ओ बी सी की राजकुमार सैनी कि बिग्रेड से लडऩे को तैयार है। सैनी कभी भी उनसे मुकाबला कर सकता है।
यात्री परेशान —————— जाम के दौरान विभिन्न जगह जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। आजकल विवाह का सीजन चला हुआ है और महिलायें व जनता अधिक तर उनमें शामिल नही हो सकी। महिलाओं के द्वारा समुदाय को जम कर कोसा। कुछ लोग अपने सगे सम्बंधियों आदि के दाह संस्कार, रस्म क्रिया में भी नही जा सके। जाम के दौरान सिर्फ एम्बूलैंस सेवा ही चलने दी गई। अन्य बीमार व्यक्तियों को भी अन्य वाहन से दवाई लेने नही आने जाने दिया गया। 
 अपंग महिलाओं को भी नही जाने दिया गया   ————— राजस्थान से एक अपंग महिला डा0 हिमांशु कालड़ा को उस समय तितरम मोड पर रोक लिया गया जब वह हरिद्वार के पंतजली आश्रम से अपने घर बिकानेर जा रही थी। उसने जाम लगाने वालों से काफी विनती की, परन्तु किसी को भी उस पर दया नही आई। 

 

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