- April 16, 2024
75 साल के इतिहास में अब तक की सबसे अधिक प्रलोभन जब्ती की राह पर
पीआईबी ( दिल्ली ) 2024 के आम चुनाव के साथ, ईसीआई देश में लोकसभा चुनावों के 75 साल के इतिहास में अब तक की सबसे अधिक प्रलोभन जब्ती की राह पर है। प्रवर्तन एजेंसियों ने रिकॉर्ड रुपये से अधिक की जब्ती की है। 18वीं लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को पहले चरण का मतदान शुरू होने से पहले ही धनबल के खिलाफ चुनाव आयोग की दृढ़ लड़ाई में 4650 करोड़ रुपये खर्च हो गए। यह 2019 में पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान जब्त किए गए 3475 करोड़ रुपये से अधिक की तीव्र वृद्धि है। गौरतलब है कि 45% जब्ती ड्रग्स और नशीले पदार्थों की है, जिन पर आयोग का विशेष ध्यान है। व्यापक योजना, सहयोग बढ़ाने और एजेंसियों की एकीकृत निरोध कार्रवाई, सक्रिय नागरिक भागीदारी और प्रौद्योगिकी के इष्टतम जुड़ाव से जब्ती संभव हुई है।
राजनीतिक वित्तपोषण के अलावा काले धन का उपयोग और उसका सटीक खुलासा, विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्रों में अधिक साधन संपन्न पार्टी या उम्मीदवार के पक्ष में समान अवसर को बिगाड़ सकता है। यह बरामदगी लोकसभा चुनाव को प्रलोभन और चुनावी कदाचार से मुक्त कराने और समान अवसर सुनिश्चित करने के ईसीआई के संकल्प का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। सीईसी श्री राजीव कुमार ने पिछले महीने चुनावों की घोषणा करते हुए धन शक्ति को ‘4एम’ चुनौतियों में से एक के रूप में रेखांकित किया था। 12 अप्रैल को, सीईसी श्री राजीव कुमार के नेतृत्व में आयोग ने ईसी श्री ज्ञानेश कुमार और श्री सुखबीर सिंह संधू के साथ 19 अप्रैल को होने वाले मतदान के चरण -1 में तैनात सभी केंद्रीय पर्यवेक्षकों की समीक्षा की। प्रलोभन-मुक्त चुनावी प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सख्ती, निगरानी और जांच पर विचार-विमर्श का फोकस था।
बढ़ी हुई बरामदगी विशेष रूप से छोटे और कम संसाधन वाले दलों के पक्ष में ‘समान अवसर’ के लिए प्रलोभनों की निगरानी करने और चुनावी कदाचार पर अंकुश लगाने के लिए ईसीआई की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है।