- October 13, 2018
633 करोड़ रुपये की लागत से 90 एकड़ में “राज्य खेल अकादमी” एवं ” अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम ” का शिलान्यास — मुख्यमंत्री
पटना———–:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने राजगीर में 633 करोड़ रुपये की लागत से 90 एकड़ में बनने वाली राज्य खेल अकादमी एवं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास एवं कार्यारम्भ शिलापट्ट का अनावरण कर किया।
शिलापट्ट के अनावरण के बाद मुख्यमंत्री ने राज्य खेल अकादमी एवं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम राजगीर के मॉडल का मुआयना करने के क्रम में संबंधित विभागीय अधिकारियों से पूरी जानकारी ली। राज्य खेल अकादमी एवं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण का काम दो साल में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में 40 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। मुख्यमंत्री का जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय नेताओं ने पुष्प-गुच्छ एवं गुलदस्ता भेंटकर उनका भव्य स्वागत किया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम एवं राज्य खेल अकादमी के कार्यारम्भ के लिए कला संस्कृति युवा विभाग और भवन निर्माण विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इसकी परिकल्पना हमने अपने पहले टेन्योर में ही की थी। हमने कहा था कि यहां का क्रिकेट स्टेडियम अंतर्राष्ट्रीय स्तर का होना चाहिए इसके लिए बी0सी0सी0आई0 से सहमति ली गई।
उन्होंने कहा कि इंडोर स्टेडियम में सभी प्रकार के खेलों की सुविधा उपलब्ध होगी, वहीं बाहर फुटबॉल और हॉकी खेलने की भी व्यवस्था रहेगी। राज्य खेल अकादमी में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, इसके अलावा छात्र, शिक्षक, प्रशिक्षकों के आवासन की सुविधा उपलब्ध होगी।
उन्होंने कहा कि राजगीर में स्थित पंच पहाड़ी, यहाँ का वातावरण, पर्यावरण की स्थिति को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम एवं राज्य खेल अकादमी के लिए इस स्थान का चयन किया गया है। नालंदा विश्वविद्यालय भी यहीं है और महाभारत काल में जरासंध का अखाड़ा भी यहीं था। ऐसे में स्टेडियम और खेल अकादमी से जब पर्वत दिखेगा तो आनंद की अनुभूति लोगों को होगी। उन्होंने कहा कि बिहार के हर जिले में स्टेडियम बनाने की दिशा में काम किया गया है, स्पोर्ट्स कैलेंडर भी बनाये गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहाँ अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आने वाले लोग सामने पर्वत पाकर काफी आह्लादित होते हैं। इस कन्वेंशन सेंटर के बगल में पर्यटन निगम द्वारा पर्यटकों के रहने की व्यवस्था की गई है, जिसमें होटल की तरह सुविधायें उपलब्ध है। कन्वेंशन सेंटर के पास में ही 5 एकड़ जमीन का भी इंतजाम किया गया है ताकि कोई फाइव स्टार होटल बनाना चाहे तो उसे जमीन उपलब्ध कराया जा सके।
उन्होंने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय को हमलोग रिवाइव कर रहे हैं, जो दुनिया में अपने आप मंे यूनिक होगा। इसकी तुलना अमेरिका या इंग्लैंड के किसी विश्वविद्यालय से नहीं की जा सकेगी। इसका अपना गौरव है। दुनिया भर से लोग इसमें आएंगे। उन्होंने कहा कि यह पूरा इलाका काॅमर्शियली रूप से विकसित होने वाला है और हमलोगों ने नालंदा विश्वविद्यालय को जमीन दे दी है ताकि वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकंे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में जो विवाद होते हैं,उसके कनफ्लिक्ट रिजोल्यूशन का यह केंद्र होगा। इसके लिए 25 एकड़ जमीन नालंदा विश्वविद्यालय को दे दी गयी है। यहाँ आई0टी0 सिटी भी बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि पटना, बिहटा और गया एयरपोर्ट से राजगीर 50 मिनट से एक घंटे के अंदर लोग पहुँच सकें इसके लिए बाईपास और नूरसराय से सिलाव तक सड़क का निर्माण भी कराया जा रहा है ताकि राजगीर आने की दूरी और कम हो जाय। राजगीर का अंतरराष्ट्रीय महत्व है। पांडवो के पिता पांडु यहाँ आये थे। ज्ञान प्राप्ति से पूर्व और ज्ञान मिलने के बाद महात्मा बुद्ध बिम्बिसार के समय यहाँ आये थे। वेणु वन सिमटते-सिमटते छोटा हो गया है उसको भी बड़ा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि घोड़ा कटोरा अद्भुत जगह है। चारों तरफ पर्वत का दृश्य है।
2009 के दिसंबर माह में हम राजगीर आये थे और सात दिन रहे थे। उस समय हम गृद्धकूट पर्वत गये थे, उसके बाद से अब वहाॅ जाते रहते हैं। अब वहाँ भगवान बुद्ध की ऊंची प्रतिमा बनकर लगभग तैयार हो गयी है। कल हम उसे देखने जायेंगे। वह पूरा इलाका इको टूरिज्म का होगा जहाँ पेट्रोल या डीजल चलित वाहनों के जाने की अनुमति नहीं है।
उन्होंने कहा कि राजगीर की धरती पर भगवान बुद्ध, भगवान महावीर, मकदूम जहां साहब और गुरुनानक देव आकर रहे हैं। गुरुनानक देव के मंदिर निर्माण की अनुमति लेने का प्रयास कर रहे हैं। मलमास का मेला यहाँ लगता है, जिसे इस बार से राजकीय मेला घोषित किया जा चुका है। हिन्दू, बौद्ध, इस्लाम, सिख, जैन सभी धर्मों के मानने वाले लोग यहाँ आते हैं इसलिए राजगीर को विकसित करने की हमलोग कोशिश कर रहे हंै। राजगीर के प्रति हमारी श्रद्धा है।
उन्होंने कहा कि नालंदा यूनिवर्सिटी, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और राज्य खेल अकादमी जब यहां बनकर तैयार हो जाएगा तो कितना अद्भुत दृश्य होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहाँ जू सफारी भी बनेगा। बंद गाड़ी में बैठकर लोग शेर और बाघ जैसे जानवरों को करीब से देखेंगे तो कितना स्वाभाविक दृश्य होगा। जू सफारी के आगे का इलाका ग्रीन सफारी होगा। भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार की ओर मुखातिब होते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने दो साल के अंदर राज्य खेल अकादमी एवं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण कार्य पूरा होने के प्रति हमें आश्वस्त किया है, इसका विशेष रुप से ख्याल रखियेगा क्योंकि आप राजगीर आकर बोले हैं।
आर्कियोलॉजी से आपको भी काफी लगाव है इसलिए निर्धारित समय सीमा के अंदर यह बनकर तैयार हो जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के हर जिले में काम किया जा रहा है। अभी लखीसराय कृमिल में लाल पहाड़ी की खुदाई हो रही है। शेखपुरा जिले में अपनी यात्रा के क्रम में हम पहुंचे तो वहाँ आर्कियोलॉजिकल साइट की जानकारी मिली तो एक्सपर्ट को देखने के लिए भेजा गया।
उन्होंने कहा कि हमें जहाँ भी लगता है कि ऐतिहासिक या पुरातात्विक भूमि है तो उसकी महत्ता को जानने समझने और उसे विकसित करने की पूरी कोशिश करते हैं ताकि उसे पुनर्जीवित किया जा सके। समारोह में मौजूद लोगों से अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश और दुनिया भर से पर्यटक यहाँ आते रहेंगे। आप सबका कर्तव्य है कि उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार करें। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के अलावा खेल-कूद युवाओं के लिए बहुत ही आवश्यक है। राज्य खेल अकादमी का लाभ हमारे युवा उठा पाएंगे। इससे उनका जीवन बेहतर होगा और वे तरक्की करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमारे राजगीर आने पर तरह-तरह की बातें शुरू हो जाती हंै लेकिन हमारी श्रद्धा हर ऐतिहासिक भूमि के प्रति बराबर है। शिलान्यास एवं कार्यारम्भ के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर राजगीर में आयोजित समारोह में भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार ने पुस्तक एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री के समक्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम एवं राज्य खेल अकादमी से संबंधित एनिमेशन फिल्म प्रदर्शित की गई।