- February 5, 2019
30वां सड़क सुरक्षा सप्ताह प्रदर्शनी
प्रतापगढ़——-30वां सड़क सुरक्षा सप्ताह प्रदर्शनी का उद््घाटन जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार व अतिरिक्त जिला कलक्टर हेमेन्द्र नागर ने सोमवार को फिता काटकर किया।
30वा सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन सोमवार से 10 फरवरी तक किया जाएगा। सड़क सुरक्षा प्रदर्शनी का आयोजन गांधी चैराहा प्रतापगढ़ पर सात दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। सड़क सुरक्षा प्रदर्शनी में जन जागरूकता के लिए सड़क सुरक्षा विषय पर फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। जिसमें आमजन को सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी, वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाना, लीफलेट वितरण, चल-चित्रा द्वारा सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी प्रदान की गई। प्रदर्शनी के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वारा आमजन को सड़क सुरक्षा की शपथ भी दिलाई गई। इस अवसर पर वाहनों के रिफलेक्टर्स भी लगाएं गये।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर हेमेन्द्र नागर ने कहा कि सभी को मिलकर मानवीय भूल को सुधारना और वाहन चलाते समय मोबाईल से बात नही करना, सड़क सुरक्षा के नियमों की पालना करने, वाहन मालिको की लापरवाही से टेक्ट्रर्स, गाड़ियो पर रेफलेक्टर नही लगाना आदि के बारे में कहा। उन्हांेने सबको मिलकर संकल्प लेना की दुर्घटना से किस प्रकार से बच सकते, किस प्रकार हमे कमी लाना, अभिभावक भी अपने बच्चांे को जब तक 18 वर्ष की उम्र नही कर ली पार तब तक गाड़ी नही चलाने देना उनको पहले लर्निगं ड्राईविंग चैक करने के बाद पुरी तरह से सिख लेने के बाद ही रोड़ पर चलाने को कहा। उन्हांेने हैलमेट का वाहन धारी को प्रयोग करने, लोगों में जागरूकता फैलाने, हैलमेट का प्रयोग करने के लिए आमजन के मानसिकता में बदलाव लाने को कहा। ओवरलाॅडिग बस पर क्षमता से ज्यादा नही भरना, सब मिलकर सड़क सुरक्षा सप्ताह में भागीदारी बनकर सहयोग करने का आह्वान किया। उन्हांेने मानवीय भावनाओं को ध्यान में रखते हुए संचेत रहने व जागरूक रहने को कहा।
जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने लगातार जो मानवीय भुल के कारण जो सड़क दुर्घटना होती है उसको बचाने के लिए पहले यह सोचना की हमें हमारी जान को किस प्रकार से बचाना और मेरे परिवार वालो की जान की किमत किस प्रकार से होती है इसलिये सड़क सुरक्षा के लिए नियमों का पालन करने व हेलमेट को पहन कर निकलने को कहा। उन्हांेने कहा कि चालान से नही बचना बल्कि अपनी जान को जोखिम में मत डालकर सभी हेलमेट का प्रयोग करने को कहा।
फोर व्हीलर वालो को सीट बेल्ट बादंकर चलने को कहा। उन्हांेने कहा कि जब तक आम आदमी द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह के बारे में जागरूकता पैदा नही होगी तब तक इस महामारी से नही बच सकता इसलिए सावचेत रहे। उन्हांेने चालान की प्रक्रिया, कानून के हिसाब से चलना, मानसीकता में बदलाव लाने को कहा। उन्हांेने कहा कि प्रशासन, पुलिस व परिवहन विभाग के सहयोग से सख्ती से कार्यवाही की जावेंगी। उन्हांेने कहा कि हमारी छोटी सी जिंदगी है उसे अच्छी तरह से बचाकर रखे।
जिला परिवहन अधिकारी रामराज खाती ने बताया कि रोड़ पर जो दुर्घटना होती है वो मानवीय भुल के कारण होती है। उन्होंने बताया कि नशा करके वाहन चलाना, अमजन की लावरवाही, आमजन को रोड़ पर चलने के लिए जागरूक करने आदि के बारे में बताया। उन्हांेने कहा कि स्टेक होल्डर, नगर परिषद, सार्वजनिक निर्माण विभाग, शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग एवं चिकित्सा विभाग द्वारा विभिन्न आयोजन किये जाएंगे। सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान वाहन रेली, पोस्टर प्रतियोगिता आदि का भी आयोजन किया जाएगा एवं परिवहन और पुलिस विभाग द्वारा मोटर वाहन अधिनियम एवं नियमों के तहत बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट, वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना, तेज गति से वाहन चलाना, बिना लाइसेंस वाहन चलाना, नशे में वाहन चलाना, ओवरलोडिंग, आॅवर क्राउडिंग आदि अपराधों में शक्त कार्रवाई की जाएगी।
इस सप्ताह के दौरान जिले के विभिन्न विद्यालय में सड़क सुरक्षा विषय पर व्याख्यान आयोजित किये जाएंगे एवं ठेला गाड़ी, टेक्टर ट्राली आदि पर रिफलेक्टर्स लगाए जाएंगे।
अखील भारतीय मानवाधिकार निगरानी समिति के राष्ट्रीय संगठन सचिव एडवोकेट अजीत कुमार मोदी ने एन 113 पर फैल रहे अतिक्रमण को समझाईश कर हटाने के बारे में कहा। इस अवसर पर परिवहन उपनिरीक्षक विनयसिंह, अनिल कुमार मीणा, सुश्री कैलाश शक्तावत, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता हरीकृष्ण, यातायात इंचार्ज सज्जनसिंह, सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष दिग्ग विजयसिंह राणावत, सदस्य सत्यनारायण शर्मा, मुकेश कुमार पाटीदार आदि उपस्थित रहे।