• September 26, 2018

3 लाख 75 हजार से अधिक नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा कवर

3 लाख 75 हजार से अधिक नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा कवर

पानीपत——– आयुष्मान विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना है जिसके तहत जिला के 75 हजार परिवारों के 3 लाख 75 हजार से अधिक नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध होगा। इसके लिए पानीपत जिला के सभी सरकारी अस्पताल के अलावा 12 निजि क्षेत्र के अस्पतालों को भी पैनल में शामिल किया गया है।

यह जानकारी देते हुए उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने बताया कि इस योजना के तहत सूची में शामिल प्रत्येक परिवार को 5 लाख रूपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध होगा। अब कोई भी परिवार अपने आप को गम्भीर बिमारियों का ईलाज करवाने में असहाय महसूस नही करेगा।

इस आयुष्मान भारत योजना की मुख्य विशेषता यह है कि यह योजना कैशलेस और कागजलैस भी है। सारा कार्य ऑनलाईन सम्पन्न करवाया जाएगा और परिवार के मुखिया व अन्य सदस्यों के फिन्गर प्रिन्ट के आधार पर लाभार्थी को लाभ मिलेगा। यदि किसी सदस्य का दुर्घटना के समय फिन्गर प्रिन्ट नहीं है तो तुरन्त फिन्गर प्रिन्ट तैयार कर लिया जाएगा ताकि उसे शीघ्र स्वास्थ्य लाभ दिया जा सके।

उन्होंने कहा कि यदि किसी परिवार के एक सदस्य पर एक लाख रूपये की राशि खर्च हो गई तो उस परिवार के खाते में चार लाख रूपये शेष रहेंगे। यदि उस परिवार के एक या एक से अधिक सदस्यों के उपचार पर पांच लाख रूपये एक वर्ष में खर्च हो गए, तो उस परिवार को अगले वर्ष भी पांच लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध हो सकेगा।

उपायुक्त ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से देश के चालीस प्रतिशत से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जाएगा। इस योजना को सफल बनाने के लिए सरकारी व निजी अस्पतालों में आयुष्मान मित्रों की नियुक्ति की गई है। यही नहीं, इस योजना में आने वाले परिवारों को प्रधानमंत्री की ओर से एक पत्र भी भेजा जा रहा है।

लाभार्थियों की मदद के लिए सरकार ने वैबसाईट के साथ-साथ टोल फ्री नम्बर भी जारी किया है। इस योजना के लागू हो जाने से अब गरीब लोगों को पुरानी से पुरानी बिमारी का ईलाज करवाने का मौका मिल जाएगा।

इस योजना के तहत सरकार ने ईलाज के लिए विभिन्न बिमारियों के पैकेज तैयार किए हैं, जिनमें बाईपास सर्जरी से लेकर घुटना प्रत्यारोपण तक कई प्रकार की बिमारियां शामिल की गई हैं।

इस योजना के लागू होने से समाज का काई भी बिमार व्यक्ति अपने आप को लाचार अथवा बेसहारा महसूस नहीं करेगा।

Related post

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

  कल्पना पाण्डे———प्रसिद्ध हिन्दी कथाकार एवं निबंधकार यशपाल का जन्म 3 दिसम्बर 1903 को फिरोजपुर (पंजाब) में हुआ था। उनके…
साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…

Leave a Reply