• March 10, 2017

हिन्द महासागर रिम एसोसिएशन-शिखर सम्मेलन संतोषजनक रहा–उप-राष्ट्रपति

हिन्द महासागर रिम एसोसिएशन-शिखर सम्मेलन संतोषजनक रहा–उप-राष्ट्रपति

उप राष्ट्रपति सचिवालय—(पीआईबी)——-उप-राष्ट्रपति श्री एम. हामिद अंसारी ने कहा है कि पहले हिन्द महासागर रिम एसोसिएशन (आईओआरए) के नेताओं का शिखर सम्मेलन संतोषजनक रहा। उप-राष्ट्रपति 7 मार्च, 2017 को इंडोनेशिया के जकार्ता से सम्मेलन में भाग लेकर स्वदेश आते हुए एयर इंडिया-1 विशेष विमान में संवाददाताओँ को संबोधित कर रहे थे।

आतंकवाद पर एसोसिएशन की राय के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उप-राष्ट्रपति ने कहा कि शिखर सम्मेलन में आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद को रोकने और मुकाबले करने के बारे में घोषणापत्र स्वीकार किया गया। यह घोषणापत्र आतंकवाद के मसले पर क्षेत्रीय विचारों का मिश्रण है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि सभ्य जीवन के लिए किसी तरह की हिंसा आवंछित है और लोग यह महसूस करने लगे है कि हिंसा रोकी जानी चाहिए। उप-राष्ट्रपति ने कहा कि लोग आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले विचारों को दरकिनार कर रहे हैं।

श्रीलंका की नौसेना द्वारा एक भारतीय मछुवारे को कथित रूप से मारे जाने के बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए उप-राष्ट्रपति ने बताया कि शिखर बैठक के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति से हुई मुलाकात में उन्होंने यह विषय उठाया। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने उनसे कहा कि उन्होंने श्रीलंका नेवी के कमांडर से बातचीत की और कमांडर ने उन्हें बताया कि श्रीलंका की ओर से इस तरह की किसी घटना को अंजाम नहीं दिया गया है। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने इस मामले की पूरी और विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।

आईओआरए के अस्तित्व के बारे में उप-राष्ट्रपति ने कहा कि 2011 में बेंगलुरु शिखर बैठक में हिन्द महासागर रिम पर नए तरीके से फोकस किया गया और इंडोनेशिया चिन्हित क्षेत्रों को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है। अब एसोसिएशन की गतिविधि पर नए तरीके से बल दिया जा रहा है और यह एक चिन्हित संस्था है, जिसमें शामिल होने वाले देशों की संख्या 21 है।

आईओआरए उत्कृष्टता केन्द्र (आईसीई) स्थापित करने के भारत के प्रस्ताव पर उप-राष्ट्रपति ने कहा कि सभी सदस्य देश समुद्री विषयों और हितों से संबंधित विषयों पर विस्तृत कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहला काम ज्ञान को आकर्षित करना होगा। इस प्रयास में नेतृत्व के लिए भारत के पास विशेषज्ञता और इच्छा शक्ति है। यह ऑनलाईन व्यवस्था होगी और प्रत्येक व्यक्ति इसे एक्सेस कर सकता है और इनपुट दे सकता है।

इंडोनेशिया को बढ़ रहे निर्यात के बारे में प्रश्न के जवाब में उप-राष्ट्रपति ने कहा कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के साथ उनकी इस विषय पर भी बातचीत हुई और हमारे व्यापारिक संबंध बढ़ाने में नई दिलचस्पी दिखी। उप-राष्ट्रपति ने कहा कि रक्षा उपकरणों तथा फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में विशेष प्रगति हुई है।

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