- June 18, 2016
स्वच्छ भारत के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं- जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री
जयपुर, 18 जून। प्रदेश के जनजाति क्षेत्रीय विकास एवं जिला प्रभारी मंत्री श्री नन्दलाल मीणा ने जनप्रतिनिधियों का आहवान किया है, कि वे जिले को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर स्वच्छ भारत के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
जिले के प्रभारी मंत्री शनिवार को चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल के ओडिटोरियम में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला में उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं जिला स्तरीय अधिकारियों को बतौर मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे।
प्रारंभ में प्रभारी मंत्री श्री मीणा, वल्र्ड बैंक की टीम, कार्यवाहक जिला कलक्टर एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने मां सरस्वती की छवि के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर जिला स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि आज आजादी के 69 वर्ष गुजरने के बाद हम कैसे जीवन यापन कर रहे है, अपने परिवेश को कैसे बदल रहे है उसी तरह अपने व्यवहार में परिवर्तन लाकर खुले में शौच जाने को भी बन्द कर अपने घरों में ही शौचालय का निर्माण करायें एवं उसका उपयोग सुनिश्चित कर, अपने जीवन में बदलाव ला सकते है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत गांव-गावं में अलख जगाई है। हम संकल्पित है कि यह अभियान पूरे देश में युद्ध स्तर पर चले।
श्री मीणा ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छ वातावरण बने, बीमारियां कोसो दूर रहे, शौचालय के निर्माण एवं उपयोग से ही हम सभी स्वस्थ रहेंगे। उन्हाेंने बताया कि आवश्यकता इस बात की है कि बीमारी के कारण पता हो तो उसका निवारण किया जा सकता है। प्रशासनिक अधिकारियों को चाहिये कि वे ग्रामीणाें की खुले में शौच से मुक्त करने के लिए जागरुकता लाए तभी गांव और समाज खुले में शौच से मुक्त हो सकते है।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए कार्यवाहक जिला कलक्टर सुरेश चन्द्र ने कहा कि स्वच्छता के बारे में पिछले दिनों से लगातार जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न माध्यमों से स्वच्छता के बारे में लोगों को जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए न्यूयॉर्क से वर्ल्ड बैंक के सदस्य आये हैं। हम सब लोग इस कार्यक्रम के प्रति कटिबद्ध है, इसे सफल बनाने के लिए सभी को टीम भावना सेे कार्य करना होगा तभी 31 दिसम्बर 2016 तक जिले को खुले में शौच से मुक्ति मिल सकती है।
उन्होंने कहा कि यह ऎतिहासिक कार्य है, जिसे पूरी लगन एवं मेहनत के साथ करना होगा। राज्य में बीकानेर जिला शत प्रतिशत खुले में शौच से मुक्त हो चुका है। उन्होंने बताया कि जिले की 14 ग्राम पंचायतों को अभी तक खुले में शौच से मुक्त किया जा चुका है। जिले में इस कार्यक्रम का सब जगह माहौल बनाना होगा तभी जिले को खुले में शौच से मुक्त किया जा सकता है।
वर्ल्ड बैंक के टीम लीडर डॉ. अजय तेजस्वी ने कहा कि हमारे समाज में खुले में शौच जाने की बुरी आदत जड़ पकड़ चुकी है, इसमें बदलाव लाना जरुरी है। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड बैंक सरकार को सहयोग करती है। उन्होंने उपस्थित जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने-अपने गांवों को 3-4 महिनाें में किस तरह खुले में शौच से मुक्त कर पाए इस पर गहनता से विचार करना होगा। उन्होंने कहा कि जो प्रशिक्षण दिया जा रहा है, उसके तहत जिले को खुले में शौच मुक्त कराए।
कार्यशाला में बीकानेर की ग्राम पंचायत नालबड़ी के सरपंच श्रीराम रामावत ने ग्राम पंचायत को 20 दिनों में किस तरह ओडीएफ किया जाये इस संबंध में अपने द्वारा बनाई गई लघु फिल्म के माध्यम से उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियाें को समझाया। इसके लिए सरपंच श्री रामावत ने कार्यशाला आयोजित कर गांव में निगरानी टीम गठित की।
इस अवसर पर जिला प्रमुख लीला जाट, कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर, डेयरी चैयरमेन बद्रीलाल जाट, मुख्य कार्यकारी अधिकारी नमित मेहता, प्रधान, विकास अधिकारी, सरपंच, ग्राम सेवक एवं पदेन सचिव सहित पंचायत, ब्लॉक एवं जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।