- February 25, 2017
सूदखोर चूड़ी ठेकेदार ने मजदूर को जिंदा जलाया
फिरोजाबाद (विकास पालीवाल)- सुहागनगरी में दबंग सूदखोर ठेकेदार व उसके साथियों ने एक महिला से उसका सुहाग ही छीन लिया। शुक्रवार को कारखाने में काम करने वाले चूड़ी जुड़ाई मजदूर को दबंग सूदखोर ठेकेदारों के गुर्गे घर से उठा ले गए। कारखाने ले जाकर उसे काफी पीटा। उसके बाद मजदूर पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी।
80 फीसदी झुलसे मजदूर को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आज शनिवार सुबह प्रभुदयाल की मौत हो गई। मामले में सात सगे भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
थाना लाइनपार के आजाद नगर निवासी प्रभुदयाल पुत्र पूरनचंद्र श्याम नगर में ठेकेदार के यहां पर चूड़ी चुड़ाई का काम करता है। जब प्रभुदयाल काम पर नहीं पहुंचा तो ठेकेदार संजू और सतीश पुत्रगण रनवीर बघेल ने उसे बुलाने के लिए प्रदीप को भेजा। जैसे ही प्रभुदयाल, ठेकेदार संजू के पास आया और कहा कि उसे दस्त हो गए हैं, काम नहीं कर सकता। इतना सुनते ही ठेकेदार आग बबूला हो गए। ब्याज पर दिये रुपयों की मांग करने लगे। मजदूर के चुप रहने पर लात घूंसों और डंडों से पिटाई शुरू कर दी। उनका कहर यहीं नहीं थमा, मिट्टी का तेल डालकर उसे आग लगा दी। पास ही काम कर रहे दूसरे मजदूरों ने प्रभुदयाल को बचाया और 80 प्रतिशत झुलस चुके प्रभुदयाल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। भाजपा के सदर विधायक मनीष असीजा ने अस्पताल पहुंचकर घटना की निंदा की है। थाना लाइनपार में सात ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी आरोपी आपस में सगे भाई हैं।
सूदखोरों के चक्रव्यूह में छटपटाते फिरोजाबाद के बाशिंदे—-ऐसे ही चूड़ी कारोबार में कई ठेकेदार भी मजदूरों को इसी सूदखोरी के जाल में फंसाए हुए हैं और लगातार उनकी गाढ़ी कमाई पर कुंडली मारकर बैठे रहते हैं। जब विरोध किया जाता है तो उनके साथ मारपीट की जाती है, परिवार की महिलाओं, बेटियों को बंधक बनाने तक की धमकी दी जाती है। कई लोग इन्हीं सूदखोरों के जाल में फंसकर कांचनगरी में अपनी जीवन लीली को समाप्त कर चुके हैं तो कई अभी भी जकड़े हुए हैं। थानों की पुलिस से साठगांठ के चलते वे मामलों की सुनवाई नहीं करते और मजबूरन लोगों को उनके मनमाने तरीके से बढ़ाए रुपयों को अदा करने पर विवश होना पड़ता है।
बेटे की मौत के दूसरे दिन काम पर ले गए थे पिता-पुत्र—-आजाद नगर निवासी ईश्वर देवी ने बताया कि उसके बच्चे की 15 दिन पहले मौत हो गई थी। बेटे की मौत का शोक मना रहे थे तभी दूसरे दिन इन दबंग ठेकेदारों के लोग आए और जबरन उसके पति और बेटे को उठाकर ले गए और कहा कि काम नहीं करोगे तो हमारा रुपया कैसे चुकेगा और हमारा तो काम बंद हो जाएगा। जब इसका विरोध किया तो सबके साथ अभद्रता की। ईश्वर देवी के बेटे केशव ने बताया कि मेरे भाई की मौत के बाद जबरन उससे काम कराया। इतना ही नहीं किसी न किसी बात पर उसके साथ पिटाई की जाती है जबकि वह अभी नावालिग है।
इस तरह की मारपीट बहशीपन- विधायक असीजा———भाजपा विधायक मनीष असीजा ने कहा कि यह बहशीपन है। आखिर इस तरह चंद रुपयों की खातिर किसी को आग लगा दी जाती है तो क्या हम अभी भी उस काल में रह रहे हैं जहां लोगों को तालिबानी सजा दी जाती है। इस तरह की मानसिकता रखने वालों पर पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों की जितनी निंदा की जाए कम होगी। इस दौरान बंटी अग्रवाल भी मौजूद रहे।