- January 20, 2016
सिक्किम में सभी प्रमुख विकास परियोजनाओं में मदद देने के लिए प्रतिबद्ध
पेसूका —————————— केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने सिक्किम के मुख्यमंत्री श्री पवन कुमार चामलिंग को आश्वासन दिया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय सिक्किम में सभी प्रमुख विकास परियोजनाओं में मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है और अन्य केन्द्रीय मंत्रालयों के साथ उनके दायरे में चल रही परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए भी समन्वय स्थापित करेगा।
आज सिक्किम की अपनी तीन दिवसीय यात्रा की समाप्ति से पहले डॉ जितेंद्र सिंह ने पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय और पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राज्य में पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने मुख्य सचिव श्री आलोक श्रीवास्तव और राज्य प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जानकारी का आदान-प्रदान भी किया।
मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि “जैविक खेती मिशन” शुरू करने के लिए सिक्किम की जनता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की बहुत आभारी है। यह मिशन अन्य राज्यों के लिए भी प्रतिमान स्थापित करेगा। यद्यपि सिक्किम एक छोटा सा राज्य है, लेकिन वह बहुत प्रगतिशील और विकास उन्मुख है, जो इस तथ्य से सिद्ध होता है कि 11वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान राज्य में 22.8 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर दर्ज की गई है।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय द्वारा मदद दी जा रही विभिन्न परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि “नॉन-लेप्सेबल सेन्ट्रल पूल ऑफ रिर्सोसेज” (एनएलसीपीआर) के तहत राज्य में 487.91 करोड़ रूपये की लागत से 183 परियोजनाओं को पूरा किया जा चुका है। इसके अलावा, 721.89 करोड़ रुपये लागत की 41 परियोजनाओं का काम चल रहा हैं। इसी प्रकार पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) के तहत राज्य में 321.33 करोड़ रुपये की लागत वाली 54 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिसके लिए 218.54 करोड़ रुपये पहले ही जारी की जा चुकी है।
निकट भविष्य में शुरू होने वाली कुछ प्रमुख परियोजनाओं का ब्यौरा देते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने उल्लेख किया कि पाकयोंग में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा 2017 तक तैयार होने की उम्मीद है, जिसकी संशोधित लागत 605.59 करोड़ रुपये है। अन्य महत्वूपर्ण परियोजनाओं में 4190 करोड़ रुपये की लागत से 45 किलोमीटर लंबी सिवोक-रांगपो रेलवे लाइन का निर्माण करना शामिल है, जिसकी विशेषता यह है कि यह 14 सुरंगों से होकर गुजरेगी और इस पर 28 पुलों का निर्माण किया जाएगा। यह रेलवे लाइन कंचनजंगा पर्वत श्रृंखला और तीस्ता नदी घाटी से गुजरते हुए मनोहर और नयनाभिराम यात्रा का अनुभव कराएगी।