- August 14, 2020
सरकारी कार्यों का दर्पण ** शब्द छंद **– शैलेश कुमार
1. राशन के मारे
बंद जुबान का चारे , खा गए लालू बेचारे
खुले जुबान का मनरेगा लूट रहे नीतीश के दुलारे।
चार किलुआ चावल को पांच किलुआ में नापे ,
राशन के मारे फिर रहे वेबस मुखिया,बीडीओ, ए0एम0ओ0 बेचारे।
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2. जेसीबी इंसान
बन गया है बिहार में मनरेगा जेसीबी इंसान।
नाला और सड़कों का हो गया पेमेंट भुगतान।
हो गया पेमेंट भुगतान, रह गया मजदूर खाली- खाली
मुख्यमंत्री के मुंह से होती ,फायरिंग खाली खाली।
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3. मंगल हो गया अमंगल
बदल गए दो बार हमारे सचिव महोदय
हॉस्पिटल में लोट रहे कोरो ना महाशय।
स्वास्थ्य विभाग का मंगल हो गया अमंगल
चिकित्सालय कर रहे कोरोना का आलिंगन।
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4. चमकी के संताप पात
माया को पहचान री मन मुरख
यम खड़ा है सामने बन भोली सूरत।
फंसा लिया है मानवता को इन्द्र जाल में।
ठिठक गया है प्राण पलको के पल में।
नहीं औषधि , नहीं मंत्र , नहीं चरक वैद्य है
फुट गया है सभी धर्म गुरुओं का नेक़ आडंबर।
सुशासन बाबू भी फंस गए मुंह बंधन में।
चमकी के संताप पात हो गए उनके घर में।
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5. हॉस्पिटल सटत जाए
कलुआ चढ़त ताड़ पर दिए बांग जस मुर्गाय।
ज्यों ज्यों पानी ऊपर चढ़त, त्यों त्यों रूंदन राग सुनाए।
डेडिकेट व्यवस्था पर जल बेरीकेट चढ़ जाए।
जल हटत जाय, हॉस्पिटल सटत जाए ,ओ सटत जाय।
कोरोना भी देख कर शर्मसार होय जाय
कहां फंस ज्ञों अाकर जल मन्ने ल्यों समाय।
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6. सोहन के पिता हारून
गोबर थोपते थोपते हाथ थोपा गया
वो कुर्सी पर थपके थपके पेट फू ला लिया।
बातों की रस मलाई और मेज को मृदंग बना लिया
सोहन के पिता हारून लिख फाईल आगे बढ़ा दिया।
लाक डाउन के मारे , उपर वाले पढ़ना लिखना भूल गए।
हारून पर मुहर लगा , फाईल ऊपर बढ़ा दिए।
सुना था समाहरणालय में पढ़ा लिखा होता कुर्सी
लेकिन वह भी भूषण को हमीदा बना ऊपर बढ़ा दिया।
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7. मारेंगे थप्पड़ साले
फोन कहेगा , चल रख फोन, मारेंगे थप्पड़ साले।
समझ जाना, अा गया , ईमानदार थानेदार तुम्हारे।
पीकर छोटा लुढ़का और बड़ा गए अंघुराए
पाकेट भरने पहुंच गया ,दारू के दरवाजे।
वाह बेटा , तुम मौज करो, फूलो और हमे फुलाओ ।
जिसने मुझको फोन किया है ,उस दुष्टों को ढूंढवाओ।
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8. खूब रगड़ाई
पाटन के बीच में सी एस खूब रगड़ाई
पानी में हॉस्पिटल घुसा कोरोना से मरीज पीसाई।
3 महीना के चक्कर में 3 सी एस पराई
अमंगल के हाथों में हॉस्पिटल का मंगल कैसे हो जाय।
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9. रोटी छीन गई
कोरोना बदनाम हुई मंगल भैया तेरे कारण
उद्योगों की इज्जत लूट गई , सुशील भैया तेरे कारण।
युवाओं की बाढ़ अाई मनरेगा भैया तेरे कारण
नीतीश भैया ने फटकार लगाई, मुखिया ने जेसीबी लगाया
मजदूरों की रोटी छीन गई ,जेडीयू तेरे कारण।
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10. गाजा पियक्कड़
कृषि अभियंता ने बना दिया शिक्षा को संता,
12 वीं को पढाता है , समोसा बेचने वाले बंता ।
लगता है अभियंता को भी पढ़ाया होगा गाजा पियक्कड़ कांता।
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11. छोटे भैया
लालू जी के चरवाहा स्कूल का सपना साकार कर रहे छोटे भैया,
नीतीश लेे डूबे शिक्षा की नैया।
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12. गाजा धुंकता
लालू जी के राज्य में गाजा धुंकता चौराहे पर
छोटे भैया के राज्य में गजेरी बैठे दफ्तर में।
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13. स्कूलवा में टीचर
राह बेचत सनगोहिया, स्कूलवा में टीचर होए गयो जी।
सब दिन खेलत जुआ, ई जुआरिया साहब का स्टनो बन गयो री ।