- September 2, 2015
समीक्षा बैठक: समग्र विकास के लिए निभाएं सशक्त भागीदारी – वर्मा
कोटा, 3 सितम्बर/ जिले के प्रभारी मंत्री, परिवहन राज्य मंत्री बाबूलाल वर्मा ने कोटा जिले के समग्र विकास के लिए अधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों से पूर्ण समन्वय के साथ भागीदारी निभाने का आह्वान किया है । प्रभारी मंत्री ने विभागों से कहा है कि वे परस्पर समन्वय बनाएं रखें और जन हित के मामलों के प्रभावी क्रियान्वयन को और अधिक गति प्रदान करने के साथ ही लोक समस्याओं के त्वरित निस्तारण के प्रति भी सजग रहें।
प्रभारी मंत्री बाबूलाल वर्मा बुधवार को जिला परिषद सीएडी स्थिति अटल सेवा केन्द्र में विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह आह्वान किया। बैठक में प्रभारी सचिव आलोक, विधायक प्रहलाद् गुंजल, संदीप शर्मा एवं विद्याशंकर नंदवाना, महापौर महेश विजय एवं उप महापौर श्रीमती सुनीता व्यास, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्रीमती कल्पना अग्रवाल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जुगलकिशोर मीणा, नगर विकास न्यास के सचिव डॉ. मोहनलाल यादव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
प्रभारी मंत्री ने जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियाें से करीब तीन घण्टे से भी अधिक समय तक जिले के विकास, समस्याओं के समाधान आदि पर गहन चर्चा की और संबंधित विभागों को आवयश्यक दिशा निर्देश दिए। इनमें पानी, बिजली, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, शहरी विकास ए वं सौन्दर्यीकरण, भामाशाह योजना, रसद, समस्या निवारण के प्रयासों आदि पर विस्तार से चर्चा की गई।
जनप्रतिनिधियों ने दिए महत्त्वपूर्ण सुझाव
विधायक प्रह्लाद गुंजल, विद्याशंकर नंदवाना एवं संदीप शर्मा, महापौर महेश विजय एवं उप महापौर श्रीमती सुनीता व्यास आदि ने कोटा जिले एवं शहर की विभिन्न ज्वलन्त समस्याओं के निराकरण के साथ ही त्वरित विकास की आवश्यकता से जुड़े बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की।
इनमें मुख्य रूप से पेयजल समस्याओं के ठोस, स्थायी एवं जल्द से जल्द समाधान, सड़क सुधार एवं विकास, नोर्दन बाय पास, रिंगरोड निर्माण, परकोटा सेफ्टीवाल, आर्मी, राजस्व एवं यूआईटी से संबंधित भूमि सीमा निर्धारण एवं वस्तुस्थिति के अनुरूप स्थायी समाधान करने, अत्याधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप हॉकी मैदान की जरूरत, शहर के नालों की साफ-सफाई एवं विकास के लिए सुनियोजित कार्य करने, राशन कार्ड्स शुद्धिकरण, राशन गतिविधियों के सुचारू संचालन में पार्षदों की निगरानी भूमिका सुनिश्चित करने, फसलों को समय पर पानी उपलब्ध कराने आदि विषय शामिल हैं।
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि डेंगू से संबंधित मामलों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, मेडिकल कॉलेज तथा दोनों बड़े अस्पतालों में समय पर ईलाज के लिए विशेष प्रबन्ध सुनिश्चित हैं।
जनस्वास्थ्य के लिए लोक जागरुकता जरूरी
प्रभारी मंत्री वर्मा एवं प्रभारी सचिव आलोक ने जिले भर में मलेरिया और डेंगू कर स्थिति पर नज़र रखने, सभी ऎहतियाती उपाय सुनिश्चित करने और इन बीमारियों के बारे में व्यापक लोक जागरुकता पैदा करने, संवेदनशील क्षेत्रों में फोगिंग कराने और हर स्तर पर आईईसी गतिविधियों को अपनाने के निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव आलोक ने कोटा जिले के बहुआयामी विकास तथा शहरी एवं ग्रामीण समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए व्यवहारिक सुझाव दिए और अधिकारियों से कहा कि वे अपने कामों में तेजी लाएं, जनता का विश्वास अर्जित करें।
पेयजल कार्यों को दें प्राथमिकता
जल संसाधन एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से कहा गया कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की बेहतर व्यवस्था के लिए समन्वय स्थापित कर ग्रामीण पेयजल गतिविधियों को आकार दें। इसके लिए क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों की रायपर अमल करने के निर्देश दिए गए।
बैठक मेंं परिवहन विभाग को निर्देश दिए गए कि स्टेशनों व शहर में मुख्य स्थलों पर ऑटो रिक्शा की दरों का अंकन कराया जाए। विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने विभागीय प्रगति के बारे में अवगत कराया।