- January 9, 2016
समीक्षा : जनजाति क्षेत्रीय विकास की धनराशि निर्धारित प्रावधानों के अनुरूप खर्च हो -मीणा
उदयपुर, 9 जनवरी/जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री नंदलाल मीणा ने जनजाति उपयोजना क्षेत्र में जनजाति कल्याण और विकास की धनराशि का प्रावधानों के अनुसार पूर्ण सदुपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं और सभी विभागों से कहा है कि वे जनजाति क्षेत्रों में इन प्रावधानों का पूरा-पूरा पालन करें।
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री मीणा ने शनिवार को उदयपुर के संभागीय आयुक्त सभागार में जनजाति उपयोजना क्षेत्र से संबंधित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दिए।
बैठक में संभागीय एवं जनजाति क्षेत्रीय विकास आयुक्त भवानीसिंह देथा, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त रूक्मणी सियाग,उदयपुर जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल, प्रतापगढ़ जिला प्रमुख सारिका मीणा, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, बांसवाड़ा विधायक धनसिंह रावत, धरियावद विधायक गौतमलाल मीणा, पिण्डवाड़ा आबू के विधायक समाराम गरासिया, कुशलगढ़ विधायक भीमा भाई डामोर, खेरवाड़ा विधायक नानालाल अहारी, गोगुन्दा विधायक प्रतापलाल, साबला प्रधान दलपतराम मीणा,सीमलवाड़ा प्रधान निमिषा भगोरा, दोवड़ा प्रधान सुश्री सत्या बरण्डा, कोटड़ा प्रधान मुरारीलाल, प्रतापगढ़ प्रधान कारी मीणा, अरनोद प्रधान सुमन मीणा, धरियावद प्रधान रूपलाल, सेमारी प्रधान सोनल मीणा, सागवाड़ा प्रधान रेखा रोत, पीपलखूंट प्रधान अर्जुनलाल निनामा, सराड़ा प्रधान एम.एल. खराड़ी, डूंगरपुर प्रधान लक्ष्मण कोटेड़ सहित जनजाति उपयोगिता क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों एवं विभिन्न विभागों के संभागस्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
टीएसपी क्षेत्र की जिलेवार की समीक्षा
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री नंदलाल मीणा ने जनजाति उपयोजना क्षेत्र में विभिन्न विभागों की योजनाओं, बजट तथा अब तक व्यय धनराशि व प्राप्त उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जिलेवार जानकारी ली और मांग संख्या 30 के प्रावधानों के अनुरूप निर्धारित बजट प्रावधानों तथा जनजाति क्षेत्रों में खर्च की गई राशि के बारे में जानकारी ली। इस बारे मेंं उन्होंने सभी विभागों से योजनावार स्वीकृत राशि और अब तक व्यय की गई धनराशि के बारे में संक्षिप्त टिप्पणी शीघ्र ही जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग को भिजवाने के निर्देश दिए।
मानदण्डों का गंभीरता से करें पालन
उन्होंने विभागीय अधिकारियों को चेताया कि बजट मद मांग संख्या – 30 जनजाति उपयोजना क्षेत्र के लिए है इसका उपयोग जनजाति क्षेत्रीय विकास विभागीय निर्देशों एवं निर्धारित मानदण्डों के अनरूप किया जाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि आगामी वित्तीय वर्ष में हर विभाग यह सुनिश्चित करे कि जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की अनुमति के मुताबिक ही विकास योजनाओं का क्रियान्वयन करें। इसमें किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मीणा ने जनजाति क्षेत्रीय विकास आयुक्त को निर्देश दिए कि इस संबंध में विस्तृत समीक्षा करें और यह सुनिश्चित किया जाए कि जनजाति क्षेत्रीय विकास के लिए निर्धारित धनराशि जनजाति उपयोजना क्षेत्र में जनजाति कल्याण व विकास गतिविधियों पर ही खर्च हो।
कृषि एवं उद्यानिकी विभागीय गतिविधियों पर चर्चा करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि उदयपुर संभाग में वे ही बीज उपयोग में लाए जाएं जो काश्तकारों को पसंद होंं। उन्होंने क्षेत्र में बिजली कनेक्शन मुहैया कराने के कार्यों को गंभीरता देने के निर्देश दिए और कहा कि इसकी मोनिटरिंग के लिए जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग से एक-एक अधिकारी को जिलों में भेजकर जानकारी ली जाए ताकि विद्युतीकरण गतिविधियों को प्रभावी बनाया जा सके।
पांच फरवरी को जयपुर में होगी समीक्षा बैठक
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री नंदलाल मीणा ने बताया कि आगामी पांच फरवरी को प्रातः 11 बजे सचिवालय में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभागीय समीक्षा बैठक होगी। इसमें जनजाति उपयोजना क्षेत्र के जन प्रतिनिधिगण एवं अधिकारियों की मौजूदगी में बिजली, लिफ्ट सिंचाई व जनजाति उपयोजना क्षेत्र से संबंधित विस्तृत समीक्षा की जाएगी।
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री ने वन विभाग से संभाग में वन क्षेत्रों, वनों से वंचित परिक्षेत्रों, वृक्षारोपण गतिविधियों तथा वनाधिकार अधिनियम के अन्तर्गत पट्टों के वितरण की जानकारी ली और निर्देश दिए कि निरस्त हुए प्रकरणों की ब्लॉक स्तर पर समीक्षा की जाए और जिलेवार सूचनाओंं का संकलन किया जाए। इस मामले में उन्होंने मानवीय दृष्टिकोण के साथ काम करने का आग्रह वन विभाग से किया।
जन प्रतिनिधियों ने दिए सुझाव
बैठक में विधायकों फूलसिंह मीणा, धनसिंह रावत, गौतमलाल मीणा, समाराम गरासिया, भीमा भाई डामोर, नानालाल अहारी, गोगुन्दा विधायक प्रतापलाल गमेती, भीमाभाई डामोर आदि ने जनजाति क्षेत्रों में विकास कायोर्ं, जनजाति कल्याण गतिविधियों और सम सामयिक हालातों पर जानकारी दी और कहा कि विभिन्न विभागों की योजनाओं,कार्यक्रमों आदि के बारे में स्थानीय जन प्रतिनिधियों को समय पर अवगत कराया जाना चाहिए।
समय पर हों सारे काम
बांसवाड़ा विधायक धनसिंह रावत ने जनजाति क्षेत्रों में स्वीकृतिशुदा योजनाओं का काम समय पर शुरू करने तथा जनजाति मद की धनराशि के सदुपयोग पर विशेष गंभीरता बरतने पर जोर दिया और कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ समय पर मिलना चाहिए। उन्होंने बांसवाड़ा की पांच जलोत्थान सिंचाई योजनाओं के बारे में जानकारी चाही व इनसे संबंधित कार्यों में शीघ्रता लाने को कहा। कुशलगढ़ विधायक भीमाभाई डामोर ने अपने क्षेत्र में लंबित पड़े वनाधिकार पट्टों पर निर्णय का आग्रह किया।
आरंभ में संभागीय आयुक्त एवं जनजाति क्षेत्रीय विकास आयुक्त भवानीसिंह देथा ने मंत्री सहित जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों का स्वागत किया और विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी। विभागीय अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं, कार्यों व उपलब्धियों पर जानकारी दी।