• January 17, 2018

सबसे ज्यादा जमीनों पर कब्जे नफे राठी के कार्यकाल में : विधायक कौशिक

सबसे ज्यादा जमीनों पर कब्जे नफे राठी के कार्यकाल में : विधायक कौशिक

बहादुरगढ़ (पार्टी सूत्र)———-भाजपा विधायक नरेश कौशिक ने पूर्व विधायक नफे सिंह राठी द्वारा उन पर जमीनी मामले पर लगाए जा रहे आरोपों को बिल्कुल झूठला दिया है। संबंधित जमीन के मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि खरीददार व विक्रेता को इस मामले में कोई एतराज नहीं है तो नफे सिंह राठी कौन सा तीसरा तेली है।

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नफे राठी अपनी राजनीति को जीवित रखने के प्रयास में इस मामले को घोटाले का रूप देकर लोगों में भ्रम फैला कर शहर का माहौल खराब करने की फिराक में है किंतु जनता जर्नाधन ऐसे लोगों से पूरी तरह से दूर है।

हलके की जनता भली भांति जानती है कि नफे सिंह राठी ने अपने कुशासन में हलके में कैसा भयपूर्ण माहौल कायम कर रखा था। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा के राज में जोर जबरदस्ती की राजनीति कतई भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

विधायक कौशिक बुधवार को शहर के रेस्ट हाऊस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

विधायक कौशिक ने बातचीत के दौरान बताया कि जिस जमीन को लेकर पूर्व विधायक नफे सिंह राठी जनता को बरगलाने का काम कर रहे हैं वह जमीन राजस्व रिकार्ड के अनुसार भाजपा के मनोनित पार्षद अशोक गुप्ता के रिश्तेदारों की है और अगर किसी को इस जमीन पर आपत्ति है तो वे राजस्व रिकार्ड भी चैक कर सकता है अथवा माननीय न्यायालय के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं।

उन्होंने पूर्व विधायक द्वारा भय, भ्रष्टाचार मुक्त शासन के मद्देनजर की जाने वाली खुली बहस के निमंत्रण पर तंज कसते हुए कहा कि जो खुद कीचड़ में धंसा हो और भय व दबाव की राजनीति करने वाली सोच रखने वाले व्यक्ति से बहस करना वे सभ्य समाज के विरूद्ध वे मानते हैं।

भाजपा के राज में अब न मिलेंगे नोटों की थैलियां और न ही मिलेगी जबरन जमीन :

– भययुक्त कुशासन का हुआ अंत, मनोहर राज पूर्णतया भयमुक्त

विधायक नरेश कौशिक ने कहा कि पूर्व विधायक नफे सिंह राठी 1996 से 2004 तक हलके के विधायक रहे। उस कुशासन को याद कर आज भी हलके के लोगों के रौंगटे खड़े हो जाते हैं। शहर के मेन बाजार में रसीदें लगवा दी गई थी , नोटों से भरी थैलियां ली जाती थी।

हलके में सबसे ज्यादा जमीनों के कब्जे नफे राठी के कार्यकाल में हुए। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि कसार, जाखौदा, बालौर के गरीब किसानों की जमीन उसने खुद खरीदनी चाही थी और बात नहीं बनी तो सरकार द्वारा सस्ते भाव में उस जमीन का अधिग्रहण करवाते हुए किसानों का शोषण किया।

भयनुमा माहौल बनाते हुए शहर के बीच स्थित स्टंडर्ड स्वीट्स, ली फार्म व डीआईजी कालोनी सहित अनेक ऐसे उदाहरण सामने हैं जहां इसकी जोर जबरदस्ती का बोलबाला रहा। अब मैं नफे सिंह राठी को चेताना चाहूंगा कि आज न तो अब सीएम चौटाला हैं और न ही वो एमएलए हैं और न ही लाला रामकुमार हैं।

आज श्री मनोहरलाल सीएम हैं, विधायक नरेश कौशिक है और लाला अशोक गुप्ता हैं, जो हमारी पार्टी के सच्चे सिपाही हैं। न तो वे खुद कब्जे करते हैं और न ही पार्टी के किसी वर्कर द्वारा कब्जे कराने के पक्षधर हैं। उन्होंने साफ किया कि जोर जबरदस्ती से कब्जे करने व भय माहौल बनाने वालों पर वे ठोस कार्रवाई करने में भी पीछे नहीं रहेंगे।

उन्होंने बताया कि भाजपा राज में बहादुरगढ़ हलके में तीन साल में किसी भी रूप से जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जे नहीं किए गए और न ही वे होने देंगे। उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार किसी भी रूप से वैर विरोध की सोच के साथ कार्य नहीं करती जबकि सबका साथ सबका विकास की सोच को सार्थक करते हुए सुखद माहौल आमजन को देने का काम कर रही है।

इस मौके पर भाजपा निगरानी समिति प्रमुख महेश कुमार, मंडल अध्यक्ष अश्विनी शर्मा, कैप्टन राम सिंह दलाल, बलवान खत्री, पार्षद अलबेल पहलवान, जसबीर सैनी, मनोनित पार्षद पालेराम शर्मा, अशोक शर्मा, प्रवीण कबलाना, सुरेंद्र भारद्वाज, राजपाल शर्मा, कृष्ण चंद्र सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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