- May 6, 2015
”सबके लिये स्वास्थ्य” हेतु विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ एम.ओ.यू.
जयपुर – प्रदेश में ”सबके लिये स्वास्थ्य” की क्रियान्विति हेतु तकनीकी सहयोग के लिए मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के मध्य एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षा किये गये। राज्य की प्राथमिक स्वास्थ्य चुनौतियोंं में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तकनीकी सहयोग प्रदान कर स्वास्थ्य तंत्र का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ की मौजूदगी में विशिष्ठ सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण एवं मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री नवीन जैन तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. फिकरू टुल्लू द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये।
समझौता ज्ञापन के अनुसार विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों द्वारा यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज को राज्य के 2 जिलों – चूरू एवं बारां में प्रायोगिक तौर पर लिया जाएगा तथा इन जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ करने के लिए ठोस योजना बनायी जायेगी।
श्री राठौड़ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग प्रदेश में यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज मुद्दे को प्रभावी रूप से लागू करने हेतु प्रतिबद्घ है एवं इसके लिए आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं। इनके परिणामस्वरूप राज्य के स्वास्थ्य सूचकांकों में सुधार आया है, लेकिन इसमें बड़े सुधारों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उच्च मातृ मृत्यु दर, उच्च शिशु मृत्यु दर, कुपोषण, गैर प्रसारी बीमारियां आदि पर ध्यान देना आवश्यक है।
प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की पहुंच, उपयोग, प्रभाव आदि चुनौतियां भी हैं एवं इनमें विश्व स्वास्थ्य संगठन महत्वपूर्ण तकनीकी सहयोग कर सकता है। इसके साथ ही जननी सुरक्षा योजना, नि:शुल्क दवा योजना सहित अन्य स्वास्थ्य योजनाओं में रही कमियों की समीक्षा में भी विश्व स्वास्थ्य संगठन का तकनीकी सहयोग महत्वपूर्ण रहेगा।
प्रमुख शासन सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री मुकेश शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज को लागू करने हेतु प्राथमिक कार्यक्षेत्र का चयन कर कार्य प्रणाली तैयार की जावेगी एवं स्वास्थ्य तंत्र में सुधार करते हुए यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज सुनिश्चित किया जायेगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. फिकरू टुल्लू द्वारा बताया कि स्वास्थ्य तंत्र की मजबूती के लिये विश्व स्वास्थ्य संगठन स्वास्थ्य विभाग के साथ सहभागिता करेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सूचकांकों का लगातार मूल्यांकन अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मध्य सहभागिता के फलस्वरूप कार्यप्रणाली तैयार कर तकनीकी सहयोग से राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं एवं स्वास्थ्य सूचकांकों को सुधारने के व्यापक प्रयास किये जायेंगे।
श्री टुल्लू ने उन्होंने प्रदेश में संचालित अभिनव स्वास्थ्य योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग से योजनाओं की बेहतर मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने प्रदेश में आईएमआर-एमएमआर को कम करने के लिये किये जा रहे विशेष प्रयासों की भी सराहना की है। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने केरल के बाद अब राजस्थान से एम.ओ.यू. किया है।
इस अवसर पर निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. बी.आर.मीणा, निदेशक आरसीएच डॉ. वी.के. माथुर सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।