• September 19, 2018

श्री सिंगाजी विद्युत परियोजना -विद्युत उत्पादन शीघ्र

श्री सिंगाजी विद्युत परियोजना -विद्युत उत्पादन शीघ्र

मध्यप्रदेश में पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप एवं जल विद्युत गृहों से अधिकतम बिजली उत्पादन के प्रयास किए जा रहे हैं। कंपनी द्वारा रबी सीजन में विद्युत इकाईयों से सतत् विद्युत लेने के लिए ठोस कार्य योजना बनाकर कार्य किया जा रहा है।

वर्ष 2016-17 में कंपनी के ताप विद्युत गृहों का 85.40 प्रतिशत रहा है, जो सर्वाधिक है। कंपनी के जल विद्युत गृहों द्वारा वर्ष 2016-17 में 2912 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन किया गया जो पूर्व वर्ष की तुलना में लगभग 48 प्रतिशत अधिक था।

श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना की इकाई क्रमांक तीन 660 मेगावाट सुपर क्रिटिकल तकनीक आधार पर बनी है। इससे शीघ्र ही कामर्शियल विद्युत उत्पादन प्रारंभ होगा। इस इकाई से विद्युत उत्पादन प्रारंभ होने से रबी सीजन में बिजली आपूर्ति में मदद मिलेगी।

कंपनी द्वारा राज्य में सुपर क्रिटिकल तकनीक पर आधारित 660 मेगावाट की दो विद्युत इकाई स्थापित की जाएगी। विद्युत उत्पादन बढ़ाने के लिए पावर जनरेटिंग कंपनी द्वारा सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी और अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई में सुपर क्रिटिकल तकनीक पर आधारित 660 मेगावाट की एक-एक विद्युत इकाई स्थापित की जाएगी। प्रत्येक विद्युत इकाई अनुमानित लागत रूपए 4500 करोड़ होगी।

वर्ष 2017-18 में मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युत गृहों का कुल विद्युत उत्पादन गत वर्ष से 25 प्रतिशत अधिक प्राप्त किया गया। कुल ताप एवं जल विद्युत गृहों का उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में 12.5 प्रतिशत अधिक था।

विशेष्ट तेल खपत में कमी- वर्ष 2017-18 में ईंधन बचत के लगातार प्रयासों के फलस्वरूप विगत वर्षों की तुलना में विशिष्ट तेल खपत एवं विशिष्ट कोल खपत में कमी आई है। वर्ष 2017-18 में विशिष्ट तेल खपत में 0.81 मिलीलीटर प्रति इकाई रही, जो कंपनी की पूर्व न्यूनतम तेल खपत से कम थी, यह महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

ताप विद्युत गृहों से विद्युत कीर्तिमान- 9 जनवरी 2018 को सुबह 9 बजे कंपनी के समस्त ताप विद्युत गृहों द्वारा 3770 मेगावाट का सर्वाधिक विद्युत उत्पादन कर कीर्तिमान स्थापित किया गया, जो वर्तमान उपलब्ध ताप विद्युत क्षमता का 97.41 प्रतिशत रहा है। यह कंपनी का किसी एक घंटे का सर्वाधिक मेगावाट ताप विद्युत उत्पादन है। गत 9 अप्रैल को कंपनी द्वारा 83.26 मिलियन यूनिट ताप विद्युत उत्पादन किया गया जो का एक दिन का सबसे ज्यादा विद्युत उत्पादन है।

ऊर्जा बचत का राष्ट्रीय पुरस्कार- नेशनल मिशन फॉर इनहेन्सड इनर्जी एफिशिएसीं के द्वारा ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएसीं के माध्यम से परफार्म, अचीव एण्ड ट्रेड (PAT) स्कीम के प्रथम चक्र के तहत कंपनी के अमरकंटक चचाई ताप विद्युत गृह को देश के ताप विद्युत सेक्टर में लक्ष्य के विरूद्ध सर्वाधिक ऊर्जा बचत के लिए ऊर्जा दक्षता ब्यूरो, भारत सरकार द्वारा प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है।

निर्माणाधीन परियोजनाएं- कंपनी द्वारा श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना चरण-दो में 660 मेगावाट क्षमता की सुपर क्रिटिकल तकनीक पर आधारित 2 नई विस्तार इकाइयों की स्थापना की जा रही है। अभी तक इकाई क्रमांक तीन का कार्य पूर्णता की ओर है। इकाई क्रमांक चार का कार्य तेजी से चल रहा है, जो समय पर पूरा होगा।

गत 27 अप्रैल को इकाई क्रमांक तीन का वेस्ट सिंक्रोनाइजेशन कोल मिल एवं कोल बर्नरों के परीक्षण जीरो डेट से 39 माह 28 दिन के रिकार्ड समय में किया गया, जो कि बिजली सेक्टर में कीर्तिमान है। वर्तमान में इस इकाई को पूर्ण क्षमता पर चलाने की तैयारियां की जा रही हैं, ताकि शीघ्र ही इस इकाई से वाणिज्यिक उत्पादन प्राप्त कर जनता को लाभ पहुँचाया जा सके। इकाई क्रमांक-4 के निर्माण कार्य भी तेजी से जारी हैं, ताकि वाणिज्यिक उत्पादन आगामी नवंबर से प्रारंभ होने के निर्धारित लक्ष्य को हासिल किया जा सके।

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