• September 29, 2016

शिशु-मातृ मृत्यु दर कम करने हेतु ऑस्ट्रेलियन डॉक्टरों के मंत्र

शिशु-मातृ मृत्यु दर कम करने हेतु ऑस्ट्रेलियन डॉक्टरों के मंत्र

धमतरी (छ०गढ) ———— आस्ट्रेलिया से आई डॉक्टरों की टीम ने कुरूद के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सिविल अस्पताल) का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं तथा सेवाओं का अवलोकन लिया। डॉक्टरों की टीम ने अस्पताल के जनरल वार्ड, पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड, शिशु कक्ष तथा प्रसव कक्ष का अवलोकन किया।

इस दौरान चिकित्सकों ने उन्हें उपचार संबंधी कार्यप्रणाली से अवगत कराया। विशेष तौर पर शिशु कक्ष और प्रसव कक्ष में भर्ती मरीजों की किए जाने वाली विभिन्न जांच, सावधानियां तथा उपचार के दौरान दी जाने वाली दवा के फार्मूले की जानकारी दी गई।

चिकित्सकों की टीम में ऑस्ट्रेलियन डॉक्टर कैनेथ कोलिन्स, डॉ. बेरी, डॉ. श्रीमती कैरोल सहित मेहसाना गुजरात के डॉ. उपेन्द्र, मेजर दीपक मेहता शामिल थे। इस मौके पर नगर पंचायत कुरूद के अध्यक्ष श्री रविकांत चंद्राकर, पूर्व अध्यक्ष श्रीमती ज्योति चंद्राकर सहित कलेक्टर डॉ. सी.आर. प्रसन्ना मौजूद थे। इस अवसर पर डॉ. उपेन्द्र तथा सीएमएचओ डॉ. डी.के. तुर्रे ने चिकित्सा एवं उपचार पद्धति की जानकारी अंग्रेजी में दी।

तदुपरांत आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश में मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर के बढ़ते ग्राफ पर आस्ट्रेलियन डॉक्टर्स ने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, मितानिनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से सीधी बातचीत की। इस दौरान उन्होंने शिशु एवं मातृ मृत्यु दर के प्रतिशत में वृद्धि के मुख्य कारण के बारे में पूछा, जिस पर महिला कार्यकर्ताओं व मितानिनों ने अपने व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर कारण बताए।

उन्होंनेें बताया कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मातृ-धातृ माताओं के लिए रेडी-टू-ईट फूड का पैकेट दिया जाता है जिसके जरिए उन्हें आवश्यक फूड सप्लीमेंट प्रदान किया जाता है। यदि गर्भवती महिलाएं इसका नियमित सेवन करें तो बच्चा कुपोषित पैदा नहीं होगा। उन्होंने बताया कि मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी के चलते शिशु-मातृ मृत्यु दर में कमी नहीं आ रही है।

डॉक्टर्स के पूछे जाने पर ए.एन.एम. ने कहा कि किसी वजह से अस्पताल में चिकित्सक तात्कालिक तौर पर उपलब्ध नहीं होने पर हाई रिस्क प्रेगनेंसी के मामले में भी वे सेवाएं दे सकें, ऐसा प्रशिक्षण विभाग दिया जाना चाहिए।

रोटरी क्लब रायपुर के मेजर दीपक मेहता ने इस दौरान घोषणा की कि एक वर्ष में मातृ-शिशु मृत्यु दर शून्य प्रतिशत लाने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन के तौर पर पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ. प्रसन्ना, डॉ. शशि वरवंडकर, डॉ. उपेन्द्र ने भी उक्त विषय पर अपनी बातें रखीं। कार्यक्रम में केबिनेट मंत्री श्री अजय चंद्राकर की पत्नी श्रीमती प्रतिभा चंद्राकर भी मौजूद थीं।

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