• October 22, 2018

शहीद कभी मरता नहीं उसकी वीरगाथा, देश के प्रति भावना और समाज के लिए प्रेरणा के रुप में सदैव जीवित रहती है—पंचायत मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़़

शहीद कभी मरता नहीं उसकी वीरगाथा, देश के प्रति भावना और समाज के लिए प्रेरणा के रुप में सदैव जीवित रहती है—पंचायत मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़़

चंडीगढ़——– हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण, विकास एवं पंचायत मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़़ ने झज्जर के गांव गिजाड़ौध में 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए पृथ्वी सिंह के स्मारक की आधारशिला रखी और कहा कि शहीदों व उनके आश्रितों को पूरा सम्मान वर्तमान सरकार ने दिया है।

केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से मातनहेल में सैनिक स्कूल की मांग को लेकर हुई एक मुलाकात का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा की वीरभूमि को नमन करते हुए बताया कि भारत सरकार रेजांगला के शहीदों का एक स्मारक बनाएगी।

उन्होंने झज्जर के गांव गिजाड़ौध में 1962 में हुए भारत-चीन युद्घ में शहीद हुए पृथ्वी सिंह के स्मारक की आधारशिला रखने के उपरांत ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने भारत-चीन युद्ध में रेजांगला का उदाहरण देते हुए कहा कि दुनिया में भारतीय सैनिकों की बहादुरी व बलिदान की इससे बड़ी मिसाल नहीं हो सकती।

उन्होंने कहा कि वन रैंक-वन पेंशन, शहीद सैनिकों के आश्रितों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि को 20 लाख रुपए से बढ़ाकर 50 लाख रुपए करना, शहीदों के 225 आश्रितों को नौकरी देना, शहीदों की गौरव गाथा को जीवंत रखने के लिए ग्राम गौरव पट लगाना तथा शहीदों के स्मारक बनवाने आदि अनेक कार्यों से शहीदों एवं देश की रक्षा में तैनात सैनिकों को पूरा मान-सम्मान दिया गया है।

श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि एक सैनिक खुद के लिए नहीं बल्कि देश की आन-बान-शान के लिए काम करता है। रात को देश की सीमा पर वह ड्यूटी करता है ताकि हम चैन की नींद सो सके। देश के भीतर हम आराम से रहते है क्योकि सरहद पर सैनिक खड़ा होता है।

उन्होंने कहा कि शहीद कभी मरता नहीं उसकी वीरगाथा, देश के प्रति भावना और समाज के लिए प्रेरणा सदैव जीवित रहती है। आज 53 साल बाद एक शहीद के स्मारक बनाने की बात इसी बात का बड़ा उदाहरण है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस, शहीद ए आजम भगत सिंह भले ही शरीर से हमारे बीच न हो लेकिन देश के प्रति उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि यह इलाका वीरों की भूमि है। आजादी से पहले दो-दो विक्टोरिया क्रास विजेता, आजादी के बाद 1962, 65, 71 व कारगिल की लड़ाई में इस इलाके के शूरवीरों की वीरगाथा पर हम सबको गर्व है। उन्होंने शहीद पृथ्वी सिंह को नमन करते हुए उनके स्मारक के लिए अपने एच्छिक कोष से दो लाख रुपए की वित्तीय सहायता तथा निर्माण में पूरा सहयोग देने की घोषणा की।

उल्लेखनीय है कि विकास एवं पंचायत मंत्री की पहल पर शहीदों के उनके गांव में सरकारी खर्च पर स्मारक बनाने की योजना तैयार की गई है। इस योजना के तहत शहीद पृथ्वी सिंह की शहादत के 53 वर्षों के उपरांत गिजाड़ौद में शहीद स्मारक की आधारशिला रखी गई। शहीदों को सम्मान देने की इस बड़ी पहल पर ग्रामीणों ने विकास एवं पंचायत मंत्री का आभार भी जताया।

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