- March 29, 2016
वृन्दावन : ‘एक हजार विधवाओं के लिए घर’- श्रीमती मेनका संजय गाधी
वृन्दावन में मौजूदा स्वाधार घर में विधवाओं की स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई थी। इसलिए वृन्दावन की विधवाओं को रहने की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए मंत्रालय ने सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त 1000 शैय्याओं वाले घर का निर्माण कराने का निर्णय लिया।
अब एक हजार महिलाओं के रहने की क्षमता वाले एक घर का लगभग 57 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत (भूमि के मूल्य सहित) से राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) के माध्यम से 1.424 हेक्टेयर भूमि में निर्माण किया जा रहा है।
इस घर का डिजाइन हेल्पेज इंडिया के परामर्श से तैयार किया गया है, जो बुजुर्गों के लिए अनुकूल है। इस घर में भूतल से अलावा तीन मंजिलें होंगी जिनमें रैम्प, लिफ्ट, पर्याप्त बिजली, पानी की आपूर्ति तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी जो विशेष चुनौतियों वाले व्यक्तियों और वरिष्ठ नागरिकों की जरूरतों को पूरा करेंगी। इस घर का निर्माण पूरी तरह केन्द्र सरकार की मदद से किया जा रहा है।
मंत्रालय स्वाधार और अल्पकालिक प्रवास गृह योजना के अधीन बिना सामाजिक और आर्थिक मदद वाली संकटग्रस्त महिलाओं की आश्रय, भोजन, वस्त्र, चिकित्सा उपचार, और देखभाल करने जैसी प्राथमिक जरूरतों को पूरा करता है। इन दोनों योजनाओं को 01 जनवरी, 2016 से आपस में मिलाकर स्वाधार गृह का नाम दिया गया है।