विभागीय कार्यो की समीक्षा – उद्योग मंत्री

विभागीय कार्यो की समीक्षा –  उद्योग मंत्री

जयपुर – उद्योग मंत्री श्री गजेन्द्रसिंह खींवसर ने नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए बड़ी जमीन चिन्हित करने के निर्देश दिए और रीको के अधिकारियों से कहा कि इस संबंध में जिला कलक्टर से मिलकर कार्यवाही कर एक सप्ताह में उनके समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

श्री खींवसर शुक्रवार को जोधपुर के जिला उद्योग केन्द्र में उद्योग, रीको एवं राजस्थान वित्त निगम के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में औद्योगिक विकास पर विचार विमर्श कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि औद्योगिक विकास का एक नया वातावरण बने और यहो उद्योग लगे।

जोधपुर में भी औद्योगिक विकास को गति मिले और आगे बढ़े, यहां  अधिकाधिक उद्योग लगे, उद्यमी यहां  आएं उद्योग लगाए ताकि जोधपुर के औद्योगिक विकास के क्षेत्र में समृद्धविशाली बने। उन्होंने कहा कि रीको के अधिकारी जोधपुर में बड़ी जमीन उद्योगों के लिए चिन्हित करें, जिला कलेक्टर से मिलकर देखे और इस संबंध में मालूम करके एक सप्ताह में बताएं।

उद्योग मंत्री ने नए उद्योगों के क्षेत्रों के बारे में विस्तार से रीको के अधिकारियों से समीक्षा की और कहा कि लोहावट, ओसियं एवं तिंवरी में औद्योगिक क्षेत्र विकास के लिए कार्य में गति लाने के निर्देश दिए। रीको जोधपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक विनीत गुप्ता ने उद्योग मंत्री को जानकारी दी कि लोहावट में 325 बीघा एवं ओंसियां में 500 बीघा भूमि क्षेत्र के संबंध में प्रस्ताव रीको मुख्यालय को भिजवाए जा चुके है तथा तिंवरी में 751 बीघा भूमि जोधपुर विकास प्राधिकरण द्वारा रीको को भूमि आवंटित की जानी है। कांकाणी खारा बेरा में भी 347 बीघा भूमि उद्योगों के लिए प्रस्तावित की गई है।

उद्योग मंत्री द्वारा पूछे जाने पर विनीत गुप्ता ने जानकारी दी कि पंाच नए औद्योगिक क्षेत्रों के लिए सरकारी भूमि का आवंटन हो चुका है और रीको ने इसका कब्जा भी नियमानुसार ले लिया है। उन्होंने उद्योग मंत्री को बताया कि बाप में 32.27 हैक्टेयर, सियामाली में 101 हैक्टेयर, बड़ी सीड में 200 हैक्टेयर एवं भोपालगढ सोपरा में 33 हैक्टेयर तथा सालावास में सी ई पी टी ट्रीटमेंट प्लंंाट के लिए 25 बीघा सरकारी भूमि रीको ने प्राप्त कर ली है।

उद्योग मंत्री ने इस संबंध में त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने रीको बोरानाड़ा के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। क्षेत्रीय प्रबंधक श्री महेन्द्रसिंह ने उनको बताया कि बोरानाड़ा में 1260 एकड़ क्षेत्र में फेज पंाच के लिए अवार्ड हो गया है लेकिन उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश होने से इसमें कार्यवाही अभी अपेक्षित है। उद्योग मंत्री को जैसलमेर क्षेत्र में औद्योगिक विकास के बारे में भी जानकारियंा दी गई।

श्री खींवसर ने बैठक में जिला उद्योग केन्द्र, राजस्थान वित्त निगम तथा रीको के अधिकारियों से उनके विभागों के संबंध में प्रशासनिक एवं अन्य कार्य गतिविधियों, पदों, रिक्तपदों, कार्य प्रणाली तथा उद्यमियों को दी जाने वाली सेवाओं के बारे में विभागवार विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंनेंं कहा कि समस्याओं व सुझावों पर पूरा ध्यान देकर कार्यवाही करेंगे।

राजस्थान वित्त निगम के प्रबंधक श्री अनिल चौधरी ने उद्योग मंत्री को बताया कि इस वित्त वर्ष 60 करोड़ की राशि ऋण देने का लक्ष्य है जिसमें अब तक दो माह में करीब साढ़े तीन करोड़ का ऋण दिया जा चुका है। उद्योग मंत्री ने कहा कि जब वसूली भी अच्छी हो रही है तो वित्त पोषण के लिए कोई कमी नहीं रहे और ऋणों का वितरण करें।

प्रबंधक ने उनको बताया कि उनकी ऋण स्वीकृत करने का क्षमता अधिकार एक करोड़ की राशि तक ही है, उद्योग मंत्री को सुझाव दिया गया कि महाप्रबंधक जो जयपुर में बैठते है उनका पदस्थापन यहंा किए जाने से उनके पास पंाच करोड़ की राशि तक के ऋण स्वीकृत करने के अधिकार है, इससे उद्यमियों को लाभ मिलेगा।

उद्योग मंत्री को जिला उद्योग केन्द्र की गतिविधियों के बारे में उद्योग विभाग के अतिरिक्त निदेशक श्री एल सी जैन, संयुक्त निदेशक श्री अवीन्द्र लड्ढा, महाप्रबंधक श्री वाई एस दुबे व एस एल पालीवाल ने जानकारियंा दी। उद्योग मंत्री को औद्योगिक पंजीयन, इण्डस्ट्रीज एन्टरप्राइजेज मेमोरण्डम, सिंगल विण्डो, जमीन आवंटन व रूपान्तरण, वित्त पोषण एवं अन्य कार्यो के बारे में जानकारियां दी। तीनों विभागों के अधिकारियों ने अपने विभाग में पदों की स्थिति, रिक्त पद, कार्य गतिविधियों के बारे में विस्तार से अवगत करवाया, अपनी समस्याएं बतायी और सुझाव भी दिए।

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