- April 12, 2017
विन्ध्य की विरासत की पहचान विन्ध्य महोत्सव
भोपाल (आरएस मीणा/वीरेन्द्र सिंह गौर)———–मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विन्ध्य क्षेत्र की अनमोल विरासत और संस्कृतियों को समेटे हुये तीसरी बार रीवा में आयोजित पांच दिवसीय विन्ध्य महोत्सव यहाँ की अनूठी पहचान बन गया है। रीवा और विन्ध्य क्षेत्र अब विकास के पथ पर बढ़ चला है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रीवा में इन्जीनियरिंग कालेज के विशाल प्रांगण में विन्ध्य महोत्सव के समापन अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर प्रदेश के जनसम्पर्क एवं जल संसाधन मंत्री तथा रीवा जिले के प्रभारी मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, सांसद रीवा श्री जनार्दन मिश्रा उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रीवा और विन्ध्य क्षेत्र विकास के पथ पर तेजी से बढ़ चला है। विन्ध्य की अनूठी संस्कृति, विरासत और परम्पराओं को समेटे यह विन्ध्य महोत्सव तीसरे साल में ही अद्भुत स्वरूप ले चुका है। विन्ध्य महोत्सव अगले समय के चौथे साल और भी भव्य स्वरूप लेगा। उन्होंने कहा कि रीवा और विन्ध्य के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि धन के अभाव में प्रदेश का कोई भी बेटा-बेटी अब उच्च शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। बारहवीं में 75 प्रतिशत अंक लाने के साथ मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईआईटी, ला कालेज, पालीटेक्निक अथवा अन्य व्यावसायिक शिक्षा संस्थानों में प्रवेश लेने पर फीस का खर्चा अब उनके माता पिता नहीं सरकार की तरफ से उठाया जायेगा। इसके लिए मौजूदा बजट सत्र में एक हजार करोड़ रूपये के प्रावधान किये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि म.प्र. को नशा मुक्त बनाने जन आन्दोलन चलाया जायेगा।
वाणिज्य उद्योग एवं खनिज साधन मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि विन्ध्य महोत्सव ने पिछले तीन वर्षों के दौरान रीवा में उत्साह का संचार किया है। विन्ध्य की संस्कृति परम्परा ना केवल संरक्षित हो रही है बल्कि संवर्धित भी हो रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अगले विन्ध्य महोत्सव में महान सिने कलाकार स्व. राजकपूर की स्मृति में रीवा में बनने वाले 25 करोड़ की लागत के आर के आडिटोरियम का भी लोकार्पण हो सकेगा।
वाणिज्य मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि विन्ध्य महोत्सव हर बार रीवा के लिए कोई ना कोई बड़ी सौगात लाता है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विन्ध्य महोत्सव 2017 की स्मारिका का विमोचन किया।