- March 25, 2016
विकासखंड पेण्ड्रा, गौरेला, मरवाही को 100 दिनों में खुले शौच से मुक्त
बिलासपुर —-(छ०गढ))—- स्वच्छ भारत मिशन के तहत् जिले के आदिवासी बाहुल्य विकासखंड पेण्ड्रा, गौरेला, मरवाही को 100 दिनों में खुले शौच से मुक्त बनाने का संकल्प क्षेत्र में ग्रामीणों ने लिया है। इन विकासखण्डों के 162 ग्राम पंचायतों में लगभग 50 हजार शौचालयों का निर्माण किया जायेगा। संभागायुक्त श्री सोनमणि बोरा ने ग्रामीणों से आव्हान किया कि जीवन की रक्षा और परिवार की इज्जत के लिए हमें एक कदम बढ़ाना होगा और अपने-अपने घरों में शौचालय निर्माण कर उसका उपयोग करना होगा।
मरवाही के ग्राम निमधा, नाका और धनपुर को खुले शौच से मुक्त ग्राम घोषित किया गया। ग्राम निमधा में निवासरत 533 परिवारों में से 273 के घरों में पूर्व से शौचालय निर्मित थे, शेष 260 घरों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत् शौचालय निर्माण किया गया। इसी तरह ग्राम धनपुर के 482 परिवारों में से 297 घरों में पूर्व से शौचालय थे, वर्तमान में शेष 182 घरों में शौचालय बनाया गया। ग्राम नाका के 368 परिवारों में से 85 के घरों में शौचालय थे।
शेष 246 घरों में शौचालय निर्माण कर इन गांवों को खुले शौच से मुक्त बनाया गया। इस अवसर पर आयोजित संकल्प दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री बोरा ने कहा कि जहॉ के लोग खुले में शौच करने जाते हैं वहॉ के लोगों के स्वाभिमान को लगातार चोट पहुंचती है। धूप, बारिश में भी उन्हे बाहर जाना पड़ता है। उनके घरों में मॉ, बहन, पत्नी, भाभी, बेटी भी बाहर शौच के लिए जाती है। इससे उनके परिवार की इज्जत कहां बची है ?
आज गांव के लोग भी अपने घरों में विभिन्न सुविधाएं जुटाते हैं। महंगे से महंगा मोबाइल रखते हैं। लेकिन अपने घरों में शौचालय निर्माण नहीं करते। ऐसे लोग शौचालय बनाने के लिए भी जागरूक रहें। श्री बोरा ने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से ग्रामीणों को बताया कि हम किस तरह के अस्वच्छ वातावरण में रहते हैं और इसके लिए आज से ही संकल्प लेना हैं कि गंदगी से मुक्ति पाना हैं।
जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी एवं गांव के सभी लोगों को इसके लिए एकजुट होना होगा और गंदगी के भस्मासुर को समाप्त करना होगा। श्री बोरा ने ओडीएफ घोषित तीनों गांवो के संरपंचो को पुरूस्कार स्वरूप मनरेगा और समग्र विकास योजना के तहत् विभिन्न विकास कार्यों के लिए 10-10 लाख रूपए का चेक प्रदान किया। उन्हांेने कहा कि जो भी गांव खुले शौच से मुक्त बनेगा उन्हे पुरूस्कृत किया जायेगा।
उन्होने बताया कि निमधा में स्कूल भवन में अहाता निर्माण के लिए सांसदमद से 6 लाख रूपए दिया गया है। उन्होने ग्रामीणों से अनुरोध किया कि शक्तिमाता के आराधना पर्व नवरात्र से पहले बहनों, बेटियों को शौचालय का उपहार दें। उन्होंने ग्रामीणों को बेटी-बचाओं बेटी-पढ़ाओं का संकल्प दिलाया।
कलेक्टर अन्बलगन पी ने इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि गौरेला, पेण्ड्रा, मरवाही के घर-घर में शौचालय बनाकर इन तीनों विकासखंडों को अगले दो माह में खुले शौच से मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया हैं। शौचालय बनाने का संकल्प केवल सरकार का नहीं बल्कि हरेक व्यक्ति का होना चाहिए। तभी स्वच्छ भारत मिशन अभियान को पूरा कर पायेगें।
मानसिकता में बदलाव लाकर स्वेच्छा से गांव को स्वच्छ करने के जिम्मेदारी ले। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि स्वच्छ भारत के कार्यक्रम को समाज आगे लेकर जायेगा। जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री दीपक साहू ने कहा कि इन गांवों के लोगों ने खुले शौच से मुक्त होकर प्रधानमंत्री के सपनों को साकार किया है। शौचालय तो बना रहे हैं लेकिन उसका शत-प्रतिशत उपयोग करने पर ही स्वच्छता का संकल्प पूरा होगा।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुश्री समीरा पैकरा ने कहा कि बीमारियों से बचने के लिए शौचालय का उपयोग अवश्य करना चाहिए। जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती देवकी ओट्टी, सरपंच धोबर, थान सिंह पोर्तें, चंगोरी की सरपंच भगवनिया, निमधा के सरपंच गुलाब सिंह आर्मों ने भी ग्रामीणों को शौचालय का उपयोग करने हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में संभागायुक्त, कलेक्टर सहित अन्य अतिथियों ने स्वच्छता का प्रतीक एक सफेद कबूतर आकाश में छोड़ा। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों कोे संभागायुक्त ने स्वच्छता का संकल्प दिलाया।
इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री जे.पी. मौर्य, अतिरिक्त कलेक्टर पेण्ड्रारोड सुश्री पूर्णिमा श्रीवास्तव, एसडीएम नम्रता गांधी, विधायक प्रतिनिधि ज्ञानेन्द्र उपाध्याय, अशोक सिंह ठाकुर, जिला पंचायत सदस्य शंकर कंवर एवं श्यामवति पोर्तें सहित पेण्ड्रा, गौरेला, मरवाही क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधि, सरपंच, पंच, महिलाएं, बच्चे, ग्रामीणजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।