वायु प्रदूषण के पीएम 2.5 और पीएस 10 के स्तरों में बढोतरी

वायु प्रदूषण के पीएम 2.5 और पीएस 10 के स्तरों में बढोतरी

पेसूका ————– यह देखा गया है कि दिल्ली और उसके आसपास ठोस अपशिष्ट को खुले में जलाने, दिल्ली में वाहनों द्वारा वायु उत्सर्जन, दिल्ली में सड़कों और भवन निर्माण स्थलों से उड़ती धूल और दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में फसलों के अवशेषों के जलने से दिल्ली में प्रदूषण में योगदान मिल रहा है।

यह समस्या अपेक्षाकृत हवा की कम गति और कम तापमान के कारण और बढ़ गई है। जिसके कारण दिल्ली में प्रदूषण का कम छितराव हो रहा है इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि सीपीसीबी प्रासंगिक वैधानिक उपलब्ध प्रावधानों के तहत नगर स्थानीय निकाय दिल्ली और उसके आसपास तुरंत ठोस अपशिष्ट को खुले जलाने से रोकने के लिए हर संभव उपाय करें और निर्माण गतिविधियों से होने वाले उत्सर्जन की रोकथाम से संबंधित नियमों को कड़ाई से लागू करें।

दिल्ली से आसपास के राज्य खेतों में फसल अवशेष जलाने पर प्रभावी प्रतिबंध लगांए। दिल्ली में सभी सार्वजनिक सड़क एजेंसियां यह सुनिश्चित करें कि वायु में धूल के कणों को मिलने से रोकने के लिए समय-समय पर सड़कों के किनारे पानी का छिड़काव करें। दिल्ली पुलिस वाहनों का उत्सर्जन कम से कम करने के लिए व्यस्त चौराहों पर यातायात की गति को सुव्यवस्थित करे।

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