- October 30, 2017
वर्ल्ड फूड इण्डिया में निवेशकों से होगा सीधा संवाद – उद्योग मंत्री
जयपुर———-उद्योग व राजकीय उपक्रम मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत ने बताया है कि आगामी 3 से 5 नंवबर तक नई दिल्ली में आयोजित वल्र्ड फूड इण्डिया में उद्योग विभाग की अगुआई में राज्य के आधा दर्जन से अधिक विभाग प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश के लिए निवेशकों से सीधा संवाद कायम करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण और इससे जुड़े क्षेत्रों में निवेश की विपुल संभावनाएं हैं।
उद्योग मंत्री श्री शेखावत ने बताया कि वल्र्ड फूड इण्डिया मेें राजस्थान का पेवेलियन तैयार किया जा रहा है जिसमें उद्योग विभाग के साथ ही रीको, ब्यूरो ऑफ इंवेस्टमेंट प्रमोशन, कृषि, बागवानी, पशुपालन, कृषि विपणन, डेयरी फैडरेशन आदि विभागों के वरिष्ठ अधिकारी आवश्यक तैयारियों व जानकारी के साथ हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही राज्य के प्रमुख खाद्य प्रसंस्करण उद्योग भी वल्र्ड फूड इण्डिया में भाग ले रहे हैं।
श्री शेखावत ने कहा कि तीन दिवसीय वल्र्ड फूड इण्डिया में दो दर्जन से अधिक निवेशकों के साथ बीटूजी और बीटूबी मिटिंग्स होना तय हो चुका है वहीं और निवेशकों द्वारा भी इसके लिए रुचि दिखाई जा रही है। इसके अलावा इस दौरान कुछ निवेशकों के साथ एमओयू भी होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि प्रमुख सचिव एमएसएमई डॉ. सुबोध अग्रवाल और आयुक्त उद्योग श्री कुंजी लाल मीणा संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ नियमिज बैठक कर समन्वय बनाते हुए इस आयोजन को प्रदेश के लिए उपयोगी बनाने में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि वल्र्ड फूड इण्डिया का राजस्थान पार्टनर स्टेट होने से प्रदेश की जिम्मेदारी भी अधिक बढ़ जाती हैं वहीं राजस्थान में अधिक निवेशकों को आकर्षित करने का अवसर भी मिला है।
प्रदेश से हिस्सा लेने वाले विभाग पूरी तैयारी के साथ भाग लेंगे ताकि निवेशकों को भूमि की उपलब्धता से लेकर कच्चा माल की उपलब्धता और मार्केट तक की जानकारी दी जा सकेगी।
उन्होंने बताया कि निवेशकों से समंवय व एमओयू के लिए एलसी जैन को संयोजक और पीआर शर्मा को समन्वयक बनाया गया है वहीं बीटूजी और बीटूबी मिटिंग्स के लिए बीआईपी के नागेश को प्रभारी बनाया है। एसएस शाह महिला एनजीओ प्रदान के साथ कोऑर्डिनेट करेंगे।
उद्योग मंत्री श्री शेखावत ने बताया कि राजस्थान मसालों खासतौर से जीरा, मैथी, धनिया, मिर्च, अजवाइन, ईसबगोल के साथ ही फलों व दूध उत्पादन मेंअग्रणीप्रदेश है। ऎसे में राज्य में प्रसंस्करण इकाइयों व कोल्ड स्टोरेज चैन स्थापना की संभावनाएं अन्य प्रदेशों की तुलना में अधिक है।
उन्होंने कहा कि वल्र्ड फूड इण्डिया में राजस्थान के सकारात्मक पक्ष को प्रमुखता से प्रस्तुत किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक निवेश आकर्षित किया जा सके।