- October 5, 2018
वन जीव गोद ले-योजना –मनुष्य प्रकृति के निकट रहकर ही अधिक स्वस्थ रह सकता है—-उपायुक्त सुमेधा कटारिया
पानीपत———— मनुष्य प्रकृति के निकट रहकर ही अधिक स्वस्थ रह सकता है। वन प्रकृति का श्रृंगार होते है और वनों से अनेक प्रकार की दवाईयां और इमारति लकडी व चंदन की सुगंध भी मिलती है। वन संपदा को बचाने के लिए वन प्राणियों का संरक्षण समय की सबसे बड़ी मांग है। सरकार ने पांच अक्तूबर को वन्य प्राणी सुरक्षा सप्ताह मनाने का निर्णय लिया है।
मुखयमंत्री मनोहर लाल पांच अक्तूबर को दोपहर 12 बजे मसानी बैराज, रेवाडी से इसका शुभारंभ करेंगें। लोगों को इस राज्य स्तरीय शुभार भ समारोह मेंं बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिए।
उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने कहा कि सरकार ने वन जीवों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए प्रदेश के सभी चिडिय़ाँ घरों व हिरण पार्काे में वन जीव गोद ले-नामक योजना लागू कि है। अब कोई भी व्यक्ति वन जीव गोद ले सकता है।
पंचकुला के खोल-हाय-रायतन वन्य प्राणी बिहार में लगभग 250 एकड़ क्षेत्र में बर्ड सफारी बनाई गई है।
पिंजौर में गौरैया पक्षी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए गौरैया संरक्षण एवं प्रजनन केन्द्र स्थापित करने के लिए योजना लागू की है। उन्होंने सभी जिला वासियों से अनुरोध किया है कि वे वन संपदा एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा करने में जिला प्रशासन को पूर्ण सहायोग दे।