- June 2, 2016
वन्यजीव संरक्षण : भारत और अमरीका के ज्ञापन को मंजूरी
इस मंजूरी के साथ ही, भारत वन्यजीव संरक्षण और वन्यजीव क्षेत्रों के प्रबंधन तथा वन्यजीवों और उनसे बनने वाले उत्पादों के अवैध कारोबार से निपटने से जुड़े अमरीकी संस्थानों की विशेषज्ञता से लाभान्वित होगा।
भारत और अमरीका समृद्ध जैव विविधता और प्राकृतिक धरोहर से संपन्न हैं और उन्होंने अपने अपने यहां संरक्षित क्षेत्रों का एक नेटवर्क स्थापित किया है।
वन्यजीव सरंक्षण से जुड़ी प्राथमिक चिंताओं को मिटाने के लिए दोनों देशों के पास अपनी व्यवसायिक कुशलता को साझा करने की संभावनाएं मौजूद हैं, ऐसे में यह सहमति ज्ञापन सहयोग का सुविधाजनक मंच उपलब्ध कराएगा। सहमति ज्ञापन के अंतर्गत दोनों देश निम्नलिखित क्षेत्रों में सहयोग कर सकेंगे :
क. वन्यजीव फॉरेन्सिक और संरक्षण जेनेटिक्स : प्रजातियों के संरक्षण के प्रयासों और वन्यजीव अपराधों के मामलों में बेहतर वैज्ञानिक प्रमाण संग्रहण में उपयोगी है, जिससे बेहतर अमल का मार्ग प्रशस्त होगा।
ख. प्राकृतिक विश्व धरोहर संरक्षण : भारतीय वन्यजीव संस्थान के मौजूदा यूनेस्को श्रेणी-2 केंद्र की संस्थागत क्षमता को सुगम बनाना।
प्रकृति की विवेचना और संरक्षण के प्रति जागरूकता: जैव विविधता के संरक्षण संबंधी जटिल मामलों को समझने के लिए जनता, विशेषकर युवाओं और बच्चों को संवेदनशील बनाने हेतु वन प्रबंधकों के जनता के साथ इंटरफेस को मजबूत बनाना।